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Child Care Tips: दूध पीने के बाद शिशु का उल्टी करना सामान्य बात नहीं, इन्फेक्शन समेत हो सकते हैं ये सीरियस इश्यूज

शिशुओं में दूध पीने के बाद उलटी होना बेहद आम बात मानी जाती है. लेकिन आपको बता दें कि ये समस्या जितनी आम दिखती है उतनी ही खतरनाक साबित हो सकती है.

Updated on: 21 Feb 2022, 10:54 PM

नई दिल्ली :

शिशुओं में दूध पीने के बाद उलटी होना बेहद आम बात मानी जाती है. श‍िशु को उल्‍टी आने के कई कारण होते हैं कुछ सामान्‍य जैसे ज्‍यादा दूध पीना या डकार न आना आद‍ि. आमतौर पर श‍िशु को उल्‍टी आना इतना गंभीर मुद्दा नहीं होता पर आपको बता दें कि ये समस्या जितनी आम दिखती है उतनी ही खतरनाक साबित हो सकती है. कुछ स्‍थ‍ित‍ि में ये गंभीर बीमारियों की ओर संकेत करता है जैसे न‍िमोन‍िया, पेट की आंत में कीड़े, एलर्जी आद‍ि. अगर उल्‍टी आने की समस्‍या कुछ घंटों में ठीक न हो तो आप सबसे पहले डॉक्‍टर से संपर्क करें. अगर आपके बच्‍चे को भी दूध पीने के बाद उल्‍टी आती है तो आज हमारे इस आर्टिकल के जरिये जान लीजिये कि इसके पीछे क्या गंभीर कारण हो सकते हैं और साथ ही उलटी रोकने का तरीका भी अपनाना शुरू कर दीजिये. 

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इन सिचुएशन्स में शिशु को उलटी आना सामान्य होता है:
- जब आप श‍िशु को ब्रेस्‍टफीड‍िंग के बाद ठोस आहार देते हैं तो उस समय बच्‍चे को उल्‍टी आ सकती है पर ये उतनी बड़ी समस्‍या है, इस समय श‍िशु का बार-बार उल्‍टी करना क‍िसी गंभीर समस्‍या का कारण नहीं होता बल्‍क‍ि ऐसा इसल‍िए होता है क्‍योंक‍ि श‍िशु अपने आहार के साथ तालमेल ब‍िठा रहा होता है और उसका शरीर ग्रो कर रहा होता है, क‍िसी आहार को डाइजेस्‍ट करने में पहली बार श‍िशु उल्‍टी कर सकता है वहीं कुछ समय में ये समस्‍या ठीक भी हो जाती है.

- शुरूआती हफ्तों में अगर आप अपने बच्‍चे को लेकर ट्रैवल करते हैं तो भी श‍िशु को उल्‍टी आ सकती है क्‍योंक‍ि उसका शरीर तेज मूवमेंट का आदी नहीं होता है ज‍िसके कारण उसे अपच, जी म‍िचलाना या उल्‍टी की समस्‍या हो सकती है.

- अगर श‍िशु लंबे समय से रो रहा है या खांस रहा है तो भी उसे उल्‍टी हो सकती है, अगर उल्‍टी की समस्‍या के पीछे का कारण ज्‍यादा गंभीर नहीं है तो ये समस्‍या 6 से 8 घंटे में सामान्‍य हो जाती है. इसके ल‍िए आपके श‍िशु को क‍िसी खास इलाज की जरूरत नहीं होती. बस आपको उसे पर्याप्‍त मात्रा में दूध पि‍लाना चाह‍िए ताक‍ि शरीर में पानी की कमी न हो.

इन सिचुएशन्स में शिशु को उलटी आना गंभीर होता है:
- ठोस आहार शुरू करने के कुछ हफ्तों तक उल्‍टी आना सामान्‍य है पर कुछ महीनों बाद भी उल्‍टी आ रही है तो ये पेट में संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं, इसका इलाज तुरंत करवाएं.

- दस्‍त या डायर‍िया होने के कारण भी श‍िशु को उल्‍टी समस्‍या हो सकती है, इस कंडीशन में श‍िशु में स्‍टूल ल‍िक्‍व‍िड फॉर्म में हो सकते हैं.

- अगर श‍िशु के कान में इंफेक्‍शन है या सर्दी-जुकाम है तो भी उसे उल्‍टी की समस्‍या हो सकती है.

- खाने से एलर्जी होने पर भी श‍िशु को उल्‍टी की समस्‍या हो सकती है। ऐसी समस्‍या होने पर शि‍शु को वो आहार न दें.

- श‍िशु की आंत में कीड़े होने पर भी ये समस्‍या होती है, आप उसे फौरन डॉक्‍टर के पास लेकर जाएं.

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उल्‍टी की समस्‍या को ऐसे रोकें:
- आप श‍िशु को दूध प‍िलाने या कुछ भी ख‍िलाने के बाद ज्‍यादा सक्र‍िय न होने दें, अगर श‍िशु खाने के बाद ज्‍यादा मूवमेंट करेगा तो उल्‍टी की समस्‍या हो सकती है.

- समय-समय पर आप थोड़ा भोजन श‍िशु को करवाएंगे तो उसे उल्‍टी की समस्‍या नहीं होगी,अगर आपके श‍िशु को उल्‍टी हो रही है तो उसका ये भी हो सकता है क‍ि आप उसकी उम्र और क्षमता से ज्‍यादा खाना उसे ख‍िला रहे हों.

- अगर बच्‍चा दूध प‍ीने के बाद उल्‍टी करता है तो हो सकता है उसकी बॉटल के न‍िप्‍पल का छेद ज्‍यादा बड़ा हो या हो सकता है या आप उसे ज्‍यादा दूध दे रहे हों, ऐसा करने से बचें.

- श‍िशु को दूध प‍िलाने के बाद या स्‍तनपान या कुछ भी ख‍िलाने के बाद डकार जरूर द‍िलवाएं.