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Omicron BF.7: क्या है ओमिक्रोन स्पॉन? चीन से बाहर अब इन देशों में दे चुका दस्तक

Omicron BF.7: दुनिया भर में नाम से ही आतंक मचाने वाले कोरोना की एक बार फिर आहट सुनाई दे रही है.

Updated on: 20 Oct 2022, 10:57 AM

highlights

  • अगले 3 से 4 हफ्ते नियमों के प्रति ना बरतें लापरवाही
  • भारत भी इस नए वैरिएंट से नहीं रह सकता अछूता 

नई दिल्ली:

Omicron BF.7: दुनिया भर में नाम से ही आतंक मचाने वाले कोरोना की एक बार फिर आहट सुनाई दे रही है. हालांकि अभी तक कोरोना के नियमों को लेकर कोई फेरबदल नहीं हुआ है. सभी के लिए मास्क पहनना जरूरी है लेकिन फिर भी कोरोना के कम होते केसों ने लापरवाही का माहौल बना दिया है. वहीं दूसरी ओर कोरोना के नए सब वैरिएंट को लेकर एक्सपर्ट्स की चिंता बढ़ती जा रही है. दरअसल दुनिया भर में अपने पैर पसारने वाले कोरोना के अब नए सब वैरिएंट BF.7 और   BA.5.1.7 की चर्चा जोरों- शोरों से हो रही है.

क्या है ओमिक्रोन स्पॉन
दरअसल चीन में अपने पैर पसार चुका कोरोना का नए वैरिएंट BF.7 को ओमिक्रोन स्पॉन का नाम दिया गया है. इस वैरिएंट ने दुनिया के दूसरे देशों में दस्तक दे दी है. इन देशो में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम के अलावा भारत का नाम भी शामिल है. भारत में गुजरात के बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर में नए वैरिएंट का एक मामला सामने आया है. दुनिया भर के एक्सपर्ट्स के लिए ओमिक्रोन स्पॉन चिंता का कारण इसलिए बन रहा है क्योंकि यह कोरोना के दूसरे वैरिएंट्स से  ज्यादा संक्रामक है और तेज गति से फैलता है. वहीं भारत जैसे देश जहां पर फेस्टिव सीजन चल रहा है, बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ सार्वजनिक स्थलों पर जुटने की संभावना है. ऐसे में लोगों की जरा सी लापरवाही भी बड़ी भूल साबित हो सकती है.

कैसे होंगे नए वायरल के लक्षण
हालांकि अभी तक नए वायरल के लक्षणों को लेकर कुछ साफ नहीं हो पाया है. लेकिन कुछ जानकारों का मानना है कि कोरोना के सामान्य लक्षणों जैसे सर्दी- जुखाम को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. इसके मुख्य लक्षणों में लगातार खांसी का होना, शरीर में दर्द, सूंघने में परेशानी, छाती में दर्द, सर्दी कंपकंपी लगना और सुनाई देने में दिक्कत होना शामिल किया जा सकता है.

वैक्सीन और एंटीबॉडी पर भी पड़ रहा भारी
वहीं दूसरी ओर एक्सपर्ट्स का दावा है कि नया वैरिएंट वैक्सीन और एंटीबॉडी पर भी भारी पड़ सकता है. इसलिए सावधानी बरतने की ज्यादा जरूरत है. डॉक्टर्स का मानना है कि दुनिया भर में फैल रहे इस वैरिएंट से भारत को भी खतरा है. कोरोना हमारे आसपास ही है और अगले 3 से 4 हफ्ते हमारे लिए नियमों की कड़ाई के होने चाहिए.