Intellectual Disability: बौद्धिक अक्षमता यानि इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटी (Intellectual Disability) एक मनोविकल्प है जिसमें व्यक्ति की बौद्धिक और सामाजिक योग्यता में कमी होती है. यह एक डिप्रेशन है जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संचालन की क्षमता को प्रभावित कर सकता है, जैसे शिक्षा, काम, और सामाजिक अंगों का विकास. इस समस्या से प्रभावित व्यक्ति को उचित संरक्षण, सहायता, और अनुशासन की आवश्यकता होती है ताकि उन्हें जीवन में सफलता मिल सके. बौद्धिक अक्षमता के कारण व्यक्ति में सामाजिक, पेशेवर, और व्यक्तिगत स्तर पर अक्षमता हो सकती है, जिससे उनको समाज में संकट का सामना करना पड़ सकता है. इसे सही संरचित सहायता, प्रशिक्षण और सपोर्ट के माध्यम से मैनेज किया जा सकता है, जिससे उनका विकास और स्वतंत्रता बढ़ सके. बौद्धिक अक्षमता, जिसे मानसिक मंदता भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति की बुद्धि और अनुकूली व्यवहार औसत से कम होता है. यह जन्मजात या प्रारंभिक बचपन में विकसित हो सकता है. एक आंकड़ें के अनुसार दुनिया की कुल आबादी की करीब 1 फीसदी आबादी बौद्धिक अक्षमता से प्रभावित होती है, इनमें करीब 85 फीसदी को यह समस्या माइल्ड होती है.
बौद्धिक अक्षमता के लक्षण:
सीखने में कठिनाई
समस्याओं को समझने और हल करने में कठिनाई
निर्णय लेने में कठिनाई
सामाजिक कौशल में कमी
भाषा और संचार में कमी
दैनिक जीवन गतिविधियों में कठिनाई
बौद्धिक अक्षमता के कारण:
आनुवंशिक विकार: डाउन सिंड्रोम, फ्रैजाइल एक्स सिंड्रोम, आदि.
जन्म के दौरान जटिलताएं: समय से पहले जन्म, जन्म के दौरान ऑक्सीजन की कमी, आदि.
गर्भावस्था के दौरान संक्रमण: रूबेला, टोक्सोप्लाज्मोसिस, आदि.
बचपन में सिर में चोट
कुपोषण
पर्यावरणीय कारक: लेड पॉइजनिंग, गरीबी, आदि.
बौद्धिक अक्षमता का इलाज:
बौद्धिक अक्षमता का निदान अलग-अलग तरीकों से किया जाता है, जिसमें शामिल हैं:
मानसिक परीक्षण: IQ परीक्षण, विकासात्मक मूल्यांकन, आदि.
अनुकूली व्यवहार का आकलन: यह मूल्यांकन करता है कि व्यक्ति दैनिक जीवन गतिविधियों को कितनी अच्छी तरह से कर सकता है.
चिकित्सा परीक्षण: यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि कोई अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति है जो बौद्धिक अक्षमता का कारण बन सकती है.
जेनेटिक परीक्षण: यह कुछ जेनेटिक विकारों की पहचान करने में मदद कर सकता है जो बौद्धिक अक्षमता का कारण बन सकते हैं.
बौद्धिक अक्षमता का उपचार: बौद्धिक अक्षमता का कोई इलाज नहीं है, लेकिन अलग-अलग प्रकार के उपचार और शिक्षा कार्यक्रमों से व्यक्ति को अपनी क्षमताओं को विकसित करने और स्वतंत्र जीवन जीने में मदद मिल सकती है.
विशेष शिक्षा: विशेष शिक्षा कार्यक्रम बच्चों को सीखने और विकसित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं.
भाषण और भाषा चिकित्सा: यह चिकित्सा बच्चों को संवाद करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई है.
शारीरिक चिकित्सा: यह चिकित्सा बच्चों को मोटर कौशल विकसित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई है.
व्यावसायिक चिकित्सा: यह चिकित्सा बच्चों को दैनिक जीवन गतिविधियों को करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई है.
सामाजिक-भावनात्मक विकास कार्यक्रम: ये कार्यक्रम बच्चों को सामाजिक कौशल विकसित करने और अपनी भावनाओं को समझने और प्रबंधित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं.
Source : News Nation Bureau