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प्रतीकात्मक तस्वीर ( Photo Credit : File)
देश अभी भी कोरोना के दूसरे लहर से लड़ रहा है. हालाकिं स्थिति पहले से बेहतर जरुरु हुई है और संक्रमण की रफ़्तार पर भी ब्रेक लगा है. देश में कोरोना के वर्तमान हालात पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कांफ्रेंस कर विस्तृत जानकारी दी. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने बताया कि देश में आज कोरोना के 2.2 लाख केस आए हैं. वहीं देश में कोरोना से रिकवरी रेट 88.7% है. देश के 27 राज्यों में नये केस से ज्यादा रिकवरी है. देश में अब एक्टिव केस सिर्फ 10.17% बचे है. बीते दो सप्ताह में 10 लाख एक्टिव केस कम हुए है. साथ ही देश के सभी राज्यों में टेस्टिगं भी बढ़ाई गई है. देश के 197 जिलों में कोरोना केस के पोजिटिव रेट 5% से कम है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने बताया कि केंद्र सरकार ने अभी तक 1.06 करोड़ डोज 18-44 आयुवर्ग से लिए दी है. एम्स निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि फंगल इनफेक्शन को ब्लेक फंगस कहना ठीक नहीं है, वह अगल फेमली है. इसमें सिर्फ काला द्रव दिखते है. केडिडा, म्युकर आदि कम इम्युनिटी की वज़ह से होता है. इसमें ज्यादा संक्रमण नांक, साइनस, आतों और दिमाग में होता। केंडिडा फगंल में जीब सफेद हो सकती हैं. यह घर में भी फैल सकता है. इसके अलावा एक केवेडी भी फंगस बना सकता हैं. यह hiv+ मरीजों में भी ज्यादा देखा जा सकता है. उन्होंने बताया कि म्युकर एम्स में कोविड पोजिटिव होते हुए 80% पाए गए है. इसमें सिर दर्द, नांक बाद, नांक से खुन आना इसके लक्षण है. नेजल एडोस्कोपी और बायप्सी में भी इसका पता लगाया जा सकता है. इसमें सांस की तकलीफ है, खांसी, सीनें में दर्द और घबराहत भी रहती है, जोड़ो में दर्द भी कई सप्ताह तक रह सकता है.
Source : News Nation Bureau
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