कम सोना आपके दिल को पहुंचा सकता है नुकसान

आजकल की बिजी लाइफ में हर कोई अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह हो गया है। कोई भी अपने स्वास्थ्य को लेकर चितिंत नहीं है। देर रात तक कंपनी में काम करने, पूरी नींद न लेने से हृदय पर विपरित असर पड़ता है।

author-image
sunita mishra
एडिट
New Update
कम सोना आपके दिल को पहुंचा सकता है नुकसान

कम सोना आपके दिल को पहुंचा सकता है नुकसान

आजकल की बिजी लाइफ में हर कोई अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह हो गया है। कोई भी अपने स्वास्थ्य को लेकर चितिंत नहीं है। देर रात तक कंपनी में काम करने, पूरी नींद न लेने से हृदय पर विपरित असर पड़ता है।

Advertisment

आपको बता दें कि ज्यादा समय तक काम करना और कम समय तक सोना आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। दमकल व आपात चिकित्सा सेवाओं, रेजिडेंट चिकित्सकों तथा अधिक तनाव वाला काम करने वाले अन्य लोगों को 24 घंटे की शिफ्ट में काम करने के लिए कहा जाता है, जिससे उन्हें सोने का कम समय मिलता है।

ये भी पढ़ें, धूप में बैठकर आप इन बीमारियों से पा सकते हैं निजात

जर्मनी के यूनिवर्सिटी ऑफ बॉन में अध्ययन के मुख्य लेखक डैनिएल कुएटिंग ने कहा, 'पहली बार, हमने यह खुलासा किया है कि 24 घंटे की शिफ्ट के संदर्भ में कम नींद लेने वाले लोगों के कार्डियक कॉन्ट्रैक्टिलिटी (दिल के सिकुड़ने की स्वाभाविक क्षमता), रक्तचाप तथा हार्ट रेट में अस्वाभाविक बढ़ोतरी होती है।'

अध्ययन में कुएटिंग तथा उनके साथियों ने औसतन 31.6 वर्ष आयु वर्ग के 20 स्वस्थ रेडियोलॉजिस्ट को शामिल किया, जिनमें 19 पुरुष व एक महिला थी।

औसत तीन घंटे की नींद लेने वाले हर प्रतिभागी का 24 घंटे की शिफ्ट से पहले और बाद में कार्डियो वेस्कुलर मैग्नेटिक रिजोनांस कराया गया। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के रक्त व मूत्र के नमूने भी इकट्ठा किए और रक्तचाप तथा हार्ट रेट को मापा गाय। अल्पकालिक तौर पर कम नींद लेने वाले प्रतिभागियों का रक्तचाप तथा हार्ट रेट अधिक पाया गया।

ये भी पढ़ें, अगर सर्दियों में सताता है जोड़ों का दर्द, अपनाएं ये तरीके

उन्होंने कहा, 'यह निष्कर्ष यह समझने में हमारी मदद करेगा कि काम का भार तथा शिफ्ट के घंटे किस प्रकार लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं।' यह निष्कर्ष शिकागो में रेडियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (आरएसएनए) की सालाना बैठक में पेश किया गया।

Source : IANS

health news Healthy Heart
      
Advertisment