IIT वैज्ञानिकों की चेतावनी, बताया देश में कब तक रहेगा कोरोना की दूसरी लहर का असर
आईआईटी (IIT) कानपुर के वैज्ञानिक ने चेतावनी दी है. आईआईटी वैज्ञानिक ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर का असर जुलाई तक रहेगा.
highlights
- IIT कानपुर के वैज्ञानिकों की चेतावनी
- कोरोना की दूसरी लहर पर जताया अनुमान
- कहा- जुलाई तक रहेगा दूसरी लहर का असर
कानपुर:
कोरोना की दूसरी लहर ने देश में कोहराम मचा रखा है. दिनों दिन कोविड महामारी की दूसरी लहर के चलते कोरोना के मामलों और मृत्यु दर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. देश में एक ही दिन के अंदर संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 4 लाख के पार पहुंच चुका है तो मरीजों वालों की संख्या भी रिकॉर्ड तोड़ रही है. इस महामारी को रोकने और इस दौर से निकलने के लिए लगातार नए-नए शोध हो रहे हैं. इसी बीच कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर आईआईटी (IIT) कानपुर के वैज्ञानिक ने चेतावनी दी है. आईआईटी वैज्ञानिक ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर का असर जुलाई तक रहेगा.
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वैज्ञानिकों और कुछ एक्सपर्ट्स द्वारा अभी तक यह कहा जा रहा था कि कोरोना अपनी पीक पर पहुंच चुका है और मई महीने के मध्य में इसमें गिरावट आने लगेगी. मगर अब IIT कानपुर के वैज्ञानिकों ने नया अनुमान लगाते हुए बताया कि है कि जुलाई तक कोरोना की दूसरी लहर का असर रहेगा. हालांकि जुलाई के महीने तक वायरस का असर बेहद कम हो जाएगा. उन्होंने कहा है कि देश में अधिकतर जगहों पर कोरोना संक्रमण पीक पर है और कुछ समय में गिरावट आएगी.
आईआईटी वैज्ञानिकों ने कहा कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ में संक्रमण पीक पर तो कर्नाटक, तमिलनाडु में पीक आना बाकी है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश में पीक के बाद संक्रमण गिरावट की ओर है. इसके अलावा IIT कानपुर के वैज्ञानिकों ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी अनुमान लगाया है. वैज्ञानिकों ने कहा है कि देश में तीसरी लहर फौरन नहीं आने जा रही है. अगर तीसरी लहर आएगी भी तो कुछ समय बाद. वैज्ञानिकों ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर के प्रभाव से सावधानी के साथ बच जा सकता है.
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हालांकि इससे पहले IIT कानपुर के प्रोफेसर मनींद्र अग्रवाल ने गणतीय मॉडल 'सूत्र' के आधार पर संभावना जताते हुए यह कहा था कि देश के कई बड़े शहरों में अब कोरोना संक्रमण में गिरावट आएगी. उन्होंने कहा था कि दिल्ली और मुंबई में कोरोना पीक पर पहुंच चुका है, दिन ब दिन मामले कम होते जाएंगे. बेंगलुरु और चेन्नई में अभी कुछ समय तक कोरोना के मामले बढ़ेंगे. प्रोफेसर मनींद्र अग्रवाल ने यह भी बताया था कि कोलकाता में कोरोना अपने उच्चतम स्तर के करीब पहुंच चुका है. लेकिन फिलहाल अब IIT कानपुर के वैज्ञानिकों ने नए अनुमान आधार पर अपनी बात रखी है.
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