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कोरोना काल में अकेले रहते हैं तो जा सकते हैं डिप्रेशन में, इन टिप्‍स को फॉलो करें

कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) के दौर में यदि आप अकेले रहते हैं तो आप डिप्रेशन में आ सकते हैं. कोरोना वायरस संक्रमण की अलग-अलग खबरें देख-सुनकर आप परेशान (Mental Depression) हो सकते हैं और आपके दिमाग पर गलत असर पड़ सकता है.

Updated on: 12 Sep 2020, 09:40 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) के दौर में यदि आप अकेले रहते हैं तो आप डिप्रेशन में आ सकते हैं. कोरोना वायरस संक्रमण की अलग-अलग खबरें देख-सुनकर आप परेशान (Mental Depression) हो सकते हैं और आपके दिमाग पर गलत असर पड़ सकता है. इससे आप चिंतित और तनाव से ग्रस्‍त हो सकते हैं. कई बार हल्‍की सर्दी-खांसी से भी आपके दिमाग में कोरोना वायरस का खौफ सिर चढ़कर बोलने लगता है. ऐसे में आपको अपनी मानसिक स्‍थिति को मजबूती देने की जरूरत होती है. कोरोना काल में अकेले रहते हुए कैसे मानसिक स्‍थिति मजबूत रखें, उसके लिए आपको इन बातों पर अमल करना चाहिए.

कभी खाली न बैठें : अकेले रहते हुए नकारात्मक विचारों से बचने के लिए जरूरी है कि आप खाली न बैठें. हमेशा किसी न किसी काम में खुद को व्‍यस्‍त रखें. इससे कोरोना वायरस की खबरों से आपका ध्‍यान हटा रहेगा. कोरोना की खबरों पर फोकस करने के बदले आप खुद के बचाव पर अधिक ध्‍यान दें.

लोगों के बीच में या संपर्क में रहें : कोरोना वायरस के खौफ से ध्‍यान हटाने के लिए आप अपने लोगों के बीच में रहें या फिर फोन या इंटरनेट के माध्‍यम से अपनों के संपर्क में रहें. इससे आप खुद को अपनों के करीब पाएंगे और नकारात्‍मक विचार दिमाग में नहीं आएंगे. अपने लोगों से बात करने ऐसे ही नकारात्‍मक बातें दिमाग से डिलीट हो जाती हैं. इसके अलावा आप जहां रह रहे हैं, वहां दोस्‍तों से संपर्क बनाए रखें.

संगीत या मनोरंजन पर ध्‍यान दें : तनाव कम करने या मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को गति देने में संगीत (Music) का अहम रोल होता है. संगीत मेंटल हेल्थ बूस्टर (Mental Health Booster) का काम करता है. रात में अगर नींद न आए तो संगीत को सुनकर मानसिक रूप से तरोताजा हो जाएं. बुरे खयाल दिमाग में न आएं, इसके लिए संगीत सुनना जरूरी माना जाता है.

सूर्य नमस्‍कार या मेडिटेशन करें : अपनी मानसिक स्‍थिति बेहतर करने के लिए सुबह-सुबह सूर्य नमस्‍कार या फिर मेडिटेशन करें. यह सबसे बेहतरीन उपाय है. मेडिटेशन से सुबह की शुरुआत करने से दिन भर मन चंगा रहता है और दिमाग से नकारात्‍मक बातें छूमंतर हो जाती हैं. आप खुद को तरोताजा महसूस करते हैं.

समय से सोएं और समय से उठें : अंग्रेजी में कहावत है न... Early To Bed and Early To Rise, Makes a man Healthy Wealthy and wise. यानी रात को जल्‍दी सोने और सुबह जल्‍दी उठने से आदमी स्‍वस्‍थ और बुद्धिमान होता है. इसलिए रात में समय से सोने की आदत डालें. रात में दिमाग में अकसर बुरे विचार आते हैं. दिन भर की घटनाएं रात को दिमाग में घूमने लगती हैं, जिससे बचने के लिए समय पर सोकर पूरी नींद लें और सुबह जल्‍दी जग जाएं.

पार्क या प्राकृतिक जगहों पर जाएं : अकेले रहते समय मानसिक परेशानी से बचने के लिए आप प्रकृति का सहारा लें. पार्क में जाएं, किसी झील के किनारे जाएं और प्रकृति से रूबरू हों. प्रख्‍यात विद्वान रोबिन शर्मा ने भी नकारात्‍मक विचारों से बचने के लिए प्रकृति के बीच जाने की सलाह दी है. प्रकृति के बीच जाने से गलत विचार दिमाग में नहीं आएंगे और आप तरोताजा महसूस भी करेंगे.