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Urine Problem Solution: बार-बार पेशाब आने से हैं परेशान तो योग में है समाधान, दिन में एक बार करें ये योगासन 

Urine Problem Solution: कुछ योगासन हैं जो मूत्राशय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और मूत्र नियंत्रण में सुधार करने में मदद करते हैं. कुछ योगासन हैं जो बार-बार पेशाब आने की समस्या से राहत दिला सकते हैं. 

Updated on: 07 Mar 2024, 03:35 PM

New Delhi:

Urine Problem Solution: बार-बार पेशाब आना एक आम समस्या है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकती है. यह कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि मूत्राशय की अतिसक्रियता, मूत्र पथ का संक्रमण, या प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना. योग एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है जिससे आप बार-बार पेशाब आने की समस्या से निपट सकते हैं. कुछ योगासन हैं जो मूत्राशय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और मूत्र नियंत्रण में सुधार करने में मदद करते हैं. कुछ योगासन हैं जो बार-बार पेशाब आने की समस्या से राहत दिला सकते हैं. 

मूला बंध: यह योगासन मूत्राशय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और मूत्र नियंत्रण में सुधार करने में मदद करता है.

पश्चिमोत्तानासन: यह योगासन मूत्राशय और प्रोस्टेट ग्रंथि को उत्तेजित करने में मदद करता है.

भ्रामरी: यह योगासन तनाव को कम करने में मदद करता है, जो बार-बार पेशाब आने का एक कारण हो सकता है.

अनुलोम विलोम: यह योगासन श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने और तनाव को कम करने में मदद करता है.

इन योगासनों को करने का तरीका:

मूला बंध: जमीन पर बैठ जाएं और अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें. अपनी सांस को अंदर लें और अपनी मूत्राशय की मांसपेशियों को ऊपर की ओर खींचें. कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति को बनाए रखें और फिर अपनी सांस को छोड़ते हुए मांसपेशियों को ढीला कर दें.

पश्चिमोत्तानासन: जमीन पर बैठ जाएं और अपने पैरों को सीधा रखें. अपनी सांस को अंदर लें और धीरे-धीरे अपने शरीर को आगे की ओर झुकाएं. अपनी उंगलियों से अपने पैरों को पकड़ने की कोशिश करें. कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति को बनाए रखें और फिर अपनी सांस को छोड़ते हुए वापस बैठ जाएं.

भ्रामरी: जमीन पर बैठ जाएं और अपनी आँखें बंद कर लें. अपनी नाक से सांस को अंदर लें और अपने गले में भंवर पैदा करने के लिए अपनी जीभ को ऊपर की ओर उठाएं. कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति को बनाए रखें और फिर अपनी सांस को छोड़ते हुए अपनी जीभ को वापस नीचे लाएं.

अनुलोम विलोम: जमीन पर बैठ जाएं और अपनी आँखें बंद कर लें. अपने दाहिने हाथ के अंगूठे से अपने दाहिने नाक के छिद्र को बंद करें. अपनी बाईं नाक से सांस को अंदर लें और फिर अपने बाएं नाक के छिद्र को अपनी अनामिका और तर्जनी से बंद कर लें. अपने दाहिने नाक के छिद्र से सांस को बाहर छोड़ें. कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति को बनाए रखें और फिर दूसरी तरफ से दोहराएं.

इन योगासनों को दिन में एक बार करें. यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो योगासन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें. पानी का सेवन कम करें. बार-बार पेशाब आने की समस्या से बचने के लिए दिन भर में कम पानी पीने की कोशिश करें. कैफीन और शराब का सेवन कम करें. कैफीन और शराब मूत्राशय को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है. नियमित व्यायाम करें. नियमित व्यायाम मूत्राशय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने और मूत्र नियंत्रण में सुधार करने में मदद कर सकता है.

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