logo-image

Winter Care Tips : सर्दियों में अगर Sweater पहन कर सो रहे हैं तो हो जाएं सावधान, हो सकता है नुक्सान

स्किन जब ज्यादा ड्राई हो जाए तो एक्जिमा होने का खतरा बना रहता है, जिससे खुजली की समस्या व्यक्ति को परेशान करने लगती है.

Updated on: 29 Dec 2021, 07:01 PM

New Delhi:

सर्दियों का मौसम और लोग दिन भर गर्म कपड़ों से और रूम में हीटर से लदे होते हैं. आज कल की भीषण ठंड के बीच रूम हीटर से लेकर ब्लोअर तक इंसान हर तरफ से इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों से घिर चुका है. लेकिन जहां रूम हीटर स्किन और आखों की नसों को ड्राई करती है वहीं रात में स्वेटर पहन कर सोन अभी आपकी त्वचा को नुक्सान पंहुचा सकता है. स्किन जब ज्यादा ड्राई हो जाए तो एक्जिमा होने का खतरा बना रहता है, जिससे खुजली की समस्या व्यक्ति को परेशान करने लगती है. ऐसे बहुत से कारण हैं जिनकी वजह से रात में गरम कपड़े पहन कर नहीं सोना चाहिए. आइए आपको बताते हैं कि रात में अगर आप स्वेटर पहन कर सो रहे हैं तो आपको कौन-कौन से नुक्सान हो सकते हैं. 

यह भी पढ़ें- आपकी सेहत के दोस्त और दुश्मन दोनों हैं ये 5 Fitness Gadgets

रात को गर्म कपड़े पहनकर सोने से ब्लड प्रेशर लो होने की समस्या  (Low Blood Pressure) रहती है. सर्दियों में स्वेटर पहनकर सोने से ब्लड प्रेशर बढ़ने के साथ-साथ कम होने की समस्या हो सकती है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि ज्यादा गर्मी के कारण कई बार बहुत ज्यादा पसीना आने लगता हैं. इस कारण कई बार ब्लड प्रेशर नीचे गिरने लगता है. 

सोते समय ऊनी मोजे कभी नहीं पहनना चाहिए. ऊनी जुराबों में मौजूद थर्मल इन्सुलेशन पसीने को अच्छी तरह से सोख नहीं पाता, जिससे कई तरह की बैक्टीरिया पैदा होती है, इसलिए अगर आप रात में या ठंड में भी मोज़े पहन कर सोते हैं तो आप कॉटन के मोज़े पहन कर सोये. ऊनी मोज़े शरीर से सारा मॉइस्टराइज़र सोक लेते हैं .

अक्सर लोगों को लगता है कि सर्दियों में पसीना नहीं आता, लेकिन ये गलत है. बता दें कि आपके स्वेटर या ऊनी कपड़ों की अब्ज़ॉर्बिंग यानी की पसीना सोखने की क्षमता बहुत अच्छी नहीं होती है, जिस वजह से ये पसीना आपके शरीर पर ही रहता है. इस पसीने को जब स्वेटर से शरीर का गर्म तापमान मिलता है तो ये पिंपल्स को जन्म देता है, जिन्हें स्वेट पिंपल्स कहा जाता है. इसलिए अगर आपको सर्दियों में पिंपल्स निकल रहे हैं तो इसका मतलब आपका पसीना सही तरह से बाहर नहीं निकल पा रहा. 

ऊनी कपड़े पहनने से शरीर की गर्मी बाहर नहीं निकल पाती, जिस कारन बीपी जैसी समस्याएं पैदा होती हैं. 

यह भी पढ़ें- वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला खुलासा, इंसान का ये अंग करता है सबसे ज़रूरी काम

स्वेटर पहन कर सोने से सिर्फ पिंपल्स ही नहीं होते हैं, बल्कि इससे कई और तरह के स्किन इनफेक्शन्स हो सकता है. पिंपल्स ऐसी जगह पर जल्द आजाते हैं जहाँ नमी और गर्मी दोनों साथ में होती है. इसलिए सर्दियों में छोटे दाने की समस्याएं भी होती हैं. 

गर्म कपड़े पहनकर सोने से ऑक्सीजन रुक जाता है. ऐसे में आपको घबराहट, बेचैनी का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही रात में आपको कभी-कभी सांस लेने में दिक्क्त जैसी तकलीफों का सामना करना पड़ता  है. इसलिए कोशिश करें कि रात में हल्का कॉटन का कपड़ा पहन कर सोएं.