logo-image

अगर आप भी लम्बी उम्र तक जीना चाहते हैं तो, रोज़ाना खाये ये फूड

इंसान शुरू से ही ऐसी जिंदगी चाहता है जिसमें बीमारियां ना हों , सुकून हो और वो ज्यादा से ज्यादा जी सके. लंबी उम्र की सीधा कनेक्शन हमारी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी के खानपान और लाइफस्टाइल से होता है.

Updated on: 19 Oct 2021, 03:21 PM

New Delhi:

इंसान शुरू से ही ऐसी जिंदगी चाहता है जिसमें बीमारियां ना हों , सुकून हो और वो ज्यादा से ज्यादा जी सके. लंबी उम्र का सीधा कनेक्शन हमारी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी के खानपान और लाइफस्टाइल से होता है. साइंस का मानना है कि हम कितनी उम्र तक जीते हैं इसमें 20 परसेंट रोल जेनेटिक फैक्टर्स का होता है बाकी 80 फीसदी कॉन्ट्रिब्यूशन आपकी लाइफस्टाइल का होता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि उनकी डायट में इसका बड़ा रोल है. साथ ही उनकी लाइफस्टाइल भी इसमें सपोर्ट करती है. अगर आपको भी लम्बी उम्र रखनी है तो उसका राज़ हम आज आपको बताएंगे ,आप यहां जान सकते हैं लंबी और हेल्दी उम्र जीने की सीक्रेट्स.

डायट
डायट की बात करें तो खासतौर पर तरह-तरह की बीन्स खाने का जरूरी हिस्सा होती हैं. दुनिया के जिन हिस्सों में लोग लंबी उम्र तक जीते हैं वहां खाने में बीन्स खाई जाती हैं. ब्लू जोन में सबसे ज्यादा उम्र तक जीने वाले लोग रोजाना एक कप बीन्स खाते हैं. आप ब्लैक बीन्स, ग्रीन बीन्स, लोबिया या लाल राजमा वगैरह अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं. अगर आपको बीन्स पसंद नहीं है तो फ्राइड राइस में दाल या किसी या अपनी मन पसंद सब्जी बनाये और उसमे बीन्स को दाल सकती है. 

बीन्स के फायदे
बीन्स की खास बात यह होती है कि इन फैट की मात्रा कम होती है और पोषक तत्व ज्यादा होते हैं. इनमें ऐंटीऑक्सीडेंट्स, पॉलीफिनॉल्स भी होते हैं. इनसे उम्र बढ़ने का असर देर से होता है और कई बीमारियों से बचाव भी होता है. 

रहते हैं प्रकृति के करीब
प्रकृति के करीब रहना बहुत फायदेमंद होता है. सुबह की ताज़ी हवा , नेचर को देखना , प्रकृति को जानना और दिल को खुश और पॉजिटिव रखना लम्बी उम्र का राज़ है. जैसे ताजी हवा, सूरज की रोशनी, पेड़-पौधों और खेतों से सब्जियां फल और खाने के सामान लेना. इसके अलावा खूब पैदल चलना. बता दें की दिल और दिमाग से खुश व्यक्ति हमेशा लम्बा और ज़यादा जीता है. 

फॉलो करते हैं 80 % का रूल
ब्लू जोन्स के लोग भूख से कम खाना खाते हैं. पेट 80 फीसदी भरने पर ही वे खाना बंद कर देते हैं। साथ ही शाम के वक्त हल्का खाना खाते हैं। दोपहर के बाद या शाम को वे सबसे छोटा मील लेते हैं इसके बाद खाना नहीं खाते.