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कोवैक्सीन को लेकर ICMR का दावा, कहा- न्यू कोरोना स्ट्रेन पर भी असरदार

अभी इस महामारी पर पूरी तरह से काबू भी नहीं पाया जा सका था कि तब तक एक और नई महामारी से दुनिया का सामना शुरू हो गया. ये है कोरोना वायरस का न्यू स्ट्रेन, इसके मामले हमें यूके में दिखाई दिए थे.

Updated on: 27 Jan 2021, 11:18 AM

नई दिल्ली :

दुनिया भर में तांडव मचाने के बाद से किसी तरह से विश्व के कई देशों ने वैक्सीन बनाई और धीरे-धीरे इस विनाशक महामारी को काबू में करने के प्रयत्न शुरू किए. अभी इस महामारी पर पूरी तरह से काबू भी नहीं पाया जा सका था कि तब तक एक और नई महामारी से दुनिया का सामना शुरू हो गया. ये है कोरोना वायरस का न्यू स्ट्रेन, इसके मामले हमें यूके में दिखाई दिए थे. हालांकि इस महामारी को लेकर भी भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने एक शोध किया और इस शोध में नतीजे सकारात्मक मिले हैं. ICMR ने तो यहां तक दावा किया है कि कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए भारत में बनी स्वदेशी कोवैक्सीन काफी कारगर है.

आपको बता दें कि कोवैक्सीन टीके के साइड इफेक्ट को लेकर कंपनी ने पहले ही ये नोट भी जारी कर दिया था कि कौन-कौन लोग ये वैक्सीन न लें. कंपनी ने कहा था कि अगर कोई पहले से ही रेगुलर दवाई ले रहा है, जिसका सीधा असर उसके इम्युन सिस्टम पर हो तो ऐसे लोग फिलहाल कोवैक्सीन न लें. कंपनी ने लोगों से अपील की है कि एलर्जी और किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित लोग वैक्सीन लेने से पहले इस बारे में अपनी जानकारी जरूर दें. साथ ही कंपनी के चेयरमैन कृष्णा एल्ला ने कहा कि कोवैक्सीन 200 फीसदी सुरक्षित है, हमें वैक्सीन बनाने का अच्छा अनुभव है और हम विज्ञान को गंभीरता से लेते हैं.

भारत बायोटेक के मुताबिक, ये लोग अभी न लें कोवैक्सीन

  • जिन लोगों को एलर्जी हो
  • जिन्हें बुखार हो
  • जो व्यक्ति इम्युन सिस्टम से जुड़ी दवा ले रहे हैं
  • गर्भवती महिला या स्तनपान कराने वाली महिला

भारत बायोटेक ने फैक्टशीट में दिए सुझाव
भारत बायोटेक ने फैक्टशीट में लोगों को कुछ सुझाव भी दिए हैं. कंपनी ने कहा है कि कोवैक्सीन लेने के बाद भी कोविड-19 से संक्रमित होने के लक्षण दिखें तो आरटी-पीसीआर टेस्ट कराएं, जिसके रिजल्ट को सबूत माना जाएगा. कंपनी का कहना है कि इन सुझावों को रक्षात्मक तौर पर दिया गया है. कंपनी ने फैक्टशीट में कहा है, 'अगर कोवैक्सीन लेने के बाद कोई साइड इफेक्ट दिखे या कोविड के लक्षण समझ में आए, तो तुरंत वैक्सीन लगाने वाले इसकी जानकारी दें.' कंपनी ने कहा है कि जब आप वैक्सीनेशन सेंटर पर जाएं तो वहां के अधिकारी के सामने अपनी दिक्कतों को जरूर रखें.