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Sleep Walking: क्या नींद में चलने एक बीमारी, इसे कैसे कर सकते हैं दूर

Sleep Walking : नींद में चलने को सोनामबुलिज़्म भी कहा जाता है - इसमें नींद के दौरान जागना और इधर-उधर घूमना शामिल है. यह समस्या वयस्कों की तुलना में बच्चों में अधिक आम है. हालाँकि नींद में चलने की छिटपुट घटनाएँ अक्सर किसी गंभीर समस्या का संकेत नहीं दे

Updated on: 09 Mar 2024, 03:26 PM

नई दिल्ली :

Sleep Walking : नींद में चलने को सोनामबुलिज़्म भी कहा जाता है - इसमें नींद के दौरान जागना और इधर-उधर घूमना शामिल है. यह समस्या वयस्कों की तुलना में बच्चों में अधिक आम है. हालाँकि नींद में चलने की छिटपुट घटनाएँ अक्सर किसी गंभीर समस्या का संकेत नहीं देती हैं, न ही इसके लिए किसी विशिष्ट उपचार की आवश्यकता होती है. हालाँकि, बार-बार नींद में चलना अंतर्निहित नींद विकार का संकेत भी दे सकता है. वयस्कों में नींद में चलने की समस्या अन्य नींद विकारों के साथ-साथ चिकित्सीय स्थितियों के साथ भ्रमित होने या सह-अस्तित्व में होने की अधिक संभावना है. यदि आपके घर में कोई भी नींद में चलता है, तो उसे नींद में चलने से संबंधित संभावित चोटों से बचाना महत्वपूर्ण है. जानिए इस विकार के बारे में विस्तार से...

क्या नींद में चलना एक बीमारी है?

नींद में चलना एक बीमारी नहीं है, बल्कि यह एक नींद विकार है. यह आमतौर पर हानिरहित होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह खतरनाक भी हो सकता है.

नींद में चलने के कारण:

तनाव: तनाव, चिंता, और थकान नींद में चलने के कारण हो सकते हैं.
नींद की कमी: नींद की कमी नींद में चलने का एक प्रमुख कारण है.
कुछ दवाएं: कुछ दवाएं नींद में चलने का कारण बन सकती हैं.
चिकित्सीय स्थितियां: कुछ चिकित्सीय स्थितियां, जैसे कि मिर्गी, नींद में चलने का कारण बन सकती हैं.
आनुवंशिकी: नींद में चलने की प्रवृत्ति आनुवंशिक भी हो सकती है.

नींद में चलने के लक्षण:

नींद में चलना: व्यक्ति नींद में ही चलने लगता है.
आंखें खुली या बंद: व्यक्ति की आंखें खुली या बंद हो सकती हैं.
अस्पष्ट भाषण: व्यक्ति अस्पष्ट या बकवास भाषण कर सकता है.
याददाश्त का न होना: व्यक्ति को सुबह उठने पर याद नहीं होता कि उसने क्या किया था.

नींद में चलने का इलाज:

जीवनशैली में बदलाव: नियमित व्यायाम, स्वस्थ भोजन, और पर्याप्त नींद नींद में चलने को कम करने में मदद कर सकते हैं.
तनाव कम करना: तनाव कम करने की तकनीकें, जैसे कि ध्यान और योग, नींद में चलने को कम करने में मदद कर सकती हैं.
दवाएं: कुछ मामलों में, डॉक्टर नींद में चलने को कम करने के लिए दवाएं लिख सकते हैं.
चिकित्सा: यदि नींद में चलना किसी चिकित्सीय स्थिति के कारण होता है, तो उस स्थिति का इलाज करना आवश्यक है.

नींद में चलने से बचने के लिए कुछ टिप्स:

सोने से पहले आराम करें: सोने से पहले कुछ देर आराम करें और तनाव कम करें.
नियमित व्यायाम करें: नियमित रूप से व्यायाम करें.
पर्याप्त नींद लें: पर्याप्त नींद लें.
सोने से पहले भारी भोजन न करें: सोने से पहले भारी भोजन न करें.
सोने से पहले शराब न पीएं: सोने से पहले शराब न पीएं.
सोने के कमरे को सुरक्षित बनाएं: सोने के कमरे को सुरक्षित बनाएं, ताकि व्यक्ति नींद में चलते समय खुद को चोट न पहुंचाए.

यह भी ध्यान रखें कि नींद में चलने से बचने के लिए एक ही तरीका सभी के लिए काम नहीं करता है. आपको अपने लिए सबसे अच्छा तरीका खोजने के लिए विभिन्न तरीकों का प्रयोग करना होगा. नींद में चलने से मुक्त रहकर आप एक खुशहाल और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं.