Gripe Water: शिशु के पेट के दर्द को कैसे शांत करता है ग्राइप वॉटर ? जानें इसके फायदें
Gripe Water: ग्राइप वॉटर में पानी, बेकिंग सोडा और जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है. ग्राइप वॉटर में जड़ी-बूटियों में सौंफ, अदरक, कैमोमाइल और नींबू बाम शामिल हो सकते हैं. यह शिशुओं में पेट की खराबी और पेट के दर्द के इलाज के लिए उपयुक्त हो सकता है.
नई दिल्ली :
Gripe Water: ग्राइप वाटर शिशुओं के लिए एक तरल पदार्थ होता है, जिसका इस्तेमाल उनके पेट की मामूली समस्याओं को कम करने के लिए किया जाता है. यह कोई चमत्कारी दवा नहीं है, लेकिन कई मामलों में यह शिशुओं को राहत पहुंचाने में मदद कर सकती है. ग्राइप वाटर एक सुरक्षित उपाय हो सकता है, लेकिन यह किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है. अगर आप ग्राइप वाटर का इस्तेमाल करने का सोच रहे हैं, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से बात करें. वे आपको बताएंगे कि आपके शिशु के लिए ग्राइप वाटर उपयुक्त है या नहीं और सही मात्रा क्या है.
ग्राइप वाटर के संभावित लाभ:
पाचन में सहायता: शिशुओं का पाचन तंत्र अभी पूरी तरह से विकसित नहीं होता है, जिससे उन्हें गैस बनने और पेट फूलने की समस्या हो सकती है. ग्राइप वाटर में कई बार सौंफ, डिल जैसी जड़ी-बूटियां या अदरक जैसे तत्व होते हैं, जो पाचन में सुधार कर सकते हैं. ये तत्व गैस के बुलबुलों को तोड़ने में मदद कर सकते हैं, जिससे शिशु को पेट दर्द और बेचैनी से राहत मिलती है.
दर्द से आराम: कुछ ग्राइप वाटर में कैमोमाइल जैसी जड़ी-बूटियां या हल्के दर्द निवारक तत्व होते हैं. ये तत्व शिशु को पेट दर्द या ऐंठन से थोड़ी राहत दिला सकते हैं. हालांकि, ध्यान दें कि यह दर्द निवारक प्रभाव बहुत हल्का होता है और गंभीर दर्द के लिए कारगर नहीं है.
हिचकी कम करना: कभी-कभी शिशुओं को हिचकी आ जाती है, जिसका कारण उनकी डायाफ्राम नाम की पेशी में जलन होना हो सकता है. ग्राइप वाटर में मौजूद कुछ तत्व, जैसे जड़ी-बूटियां, इस पेशी को शांत करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हिचकी कम हो सकती है.
दांत निकलने में मदद (संभावित): कुछ लोगों का मानना है कि ग्राइप वाटर में मौजूद कुछ तत्व, जैसे जड़ी-बूटियां, मसूड़ों को थोड़ा सुन्न कर सकती हैं. इससे शिशु को दांत निकलने के दौरान होने वाले दर्द से थोड़ी राहत मिल सकती है. हालांकि, इस बात के लिए अभी पर्याप्त वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं.
ग्राइप वाटर इस्तेमाल करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें भी जान लें. यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है. हर शिशु अलग होता है और उनकी जरूरतें भी अलग-अलग होती हैं. डॉक्टर आपको बताएंगे कि क्या आपके शिशु के लिए ग्राइप वाटर उपयुक्त है और सही मात्रा क्या है. ग्राइप वाटर किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है. यह केवल पेट की कुछ सामान्य समस्याओं के लिए अस्थायी राहत दिलाने में मदद कर सकता है. अगर आपके शिशु को लगातार पेट की समस्या है, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. ग्राइप वाटर की बोतल पर दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और उसी मात्रा में ही शिशु को दें. ज्यादा मात्रा में ग्राइप वाटर देने से उल्टा शिशु को परेशानी हो सकती है. पहले से बना हुआ ग्राइप वाटर इस्तेमाल न करें. हर बार शिशु को खिलाने से पहले ही नया ग्राइप वाटर तैयार करें. कुछ शिशुओं को ग्राइप वाटर से फायदा हो सकता है, वहीं कुछ को नहीं. अगर आप पाते हैं कि ग्राइप वाटर से आपके शिशु को कोई फायदा नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से बात करें. वे आपको किसी और उपाय के बारे में बता सकते हैं.
अगर आप ग्राइप वाटर का इस्तेमाल करने का सोच रहे हैं, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से बात करें. वे आपको यह तय करने में मदद कर सकते हैं कि यह आपके शिशु के लिए उपयुक्त है या नहीं और सही मात्रा क्या है.
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