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ऑफिस और घर में चल रहा है मामला ढीला-ढाला, तो पीजिए ये प्याला

वैसे तो चिड़चिड़ापन, सैडनेस, स्ट्रेस, टेंशन, नींद, गुस्सा आना आम बात है. और ये सब आता है ऑफिस में हुई किटपिट और बीवी से हुई खिटपिट से. ये तो खैर आप हमसे बेहतर समझते होंगे. ऐसे में हमारी हेल्थ पर भी स्ट्रेस को हावी होने का एक बहाना चाहिए.

Updated on: 15 Sep 2021, 05:02 PM

नई दिल्ली:

वैसे तो चिड़चिड़ापन, सैडनेस, स्ट्रेस, टेंशन, नींद, गुस्सा आना आम बात है. और ये सब आता है ऑफिस में हुई किटपिट और बीवी से हुई खिटपिट से. ये तो खैर आप हमसे बेहतर समझते होंगे. ऐसे में हमारी हेल्थ पर भी स्ट्रेस को हावी होने का एक बहाना चाहिए. अब ये स्ट्रेस हावी तो हो जाता है. और इससे बचने के कई तरीके भी है. जिसमें मुख्य तौर पर योगा (Yoga) और एक्सरसाइज(Exercise) आते हैं. लेकिन, इसमें तो लगती है मेहनत और बहाना पड़ता है पसीना. चलिए फिर आपको एक ऐसा सिंपल-सा तरीका बता देते हैं जिससे आपको इन प्रॉब्लम्स से छुटकारा भी मिल जाएगा और आपका मूड भी तरो-ताजा हो जाएगा साथ ही आपको ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी. हेल्थ को भी फायदा हो जाएगा. वो इलाज है चाय. जी हां, सही सुना आपने वो चाय ही है. तो आइए अब ये भी बता देते है कि वो कौन कौन-सी चाय है. 

                                     

इस कतार में सबसे पहले आती है अदरक की चाय. अदरक की चाय फीवर, कोल्ड में कितनी अच्छी है. ये तो सब जानते है. लेकिन, जिंजर टी बॉडी के टॉक्सिन्स को दूर करती है. साथ ही इससे डाइजेशन प्रोसेस भी सही रहता है. अदरक की चाय खास तौर से अपने मसालेदार टेस्ट के लिए जानी जाती है. अदरक की चाय पीने से मूड भी तरोताजा हो जाता है. 

                                   

वहीं दूसरे नंबर पर अश्वगंधा की चाय आती है. अश्वगंधा की जड़ों में कई मेडिकल क्वालिटीज होती हैं. इसे कई तरह से पिया जा सकता है. ग्रीन टी के साथ अश्वगंधा का कॉम्बिनेशन एंटी-एजिंग (anti-aging) और एंटी-स्ट्रेस (anti-stress) दवा की तरह काम करता है. यह कॉग्निटिव फंक्शनिंग (cognitive functioning) को बढ़ाकर डिप्रेशन (depression) और टेंशन (tension) दूर करने में मदद करती है.

                                     

ग्रीन टी की एक चुस्की भी टेंशन से फ्री कर देती है. इससे दिमाग में स्ट्रेस बढ़ाने वाली बीटा वेव्स (Beta waves) निकल जाती हैं और मूड भी तरोताजा हो जाते हैं.

                                     

वहीं तुलसी तो चमत्कारी जड़ी-बूटी है ही. जो ज्यादातर घरों में पाई जाती है. आयुर्वेद (ayurveda) में इसे बहुत इम्पोर्टेंस दी जाती है. हाल ही में किए गए अध्ययन दर्शाते हैं कि कॉर्टिसोल, हॉर्मोन को बैलेंस करके स्ट्रेस दूर करने में बेहद कारगर होती है. 

                                     

गुलबहार जैसी दिखने वाला कैमोमाइल (camomile) को रिलेक्सिंग क्वालिटीज के लिए जाना जाता है. जो मानसून में होने वाली मूड की प्रॉब्लम्स को दूर करने में बेहद कारगर होती है. कैमोमाइल से भरपूर ग्रीन टी पीने से चिंता, स्ट्रेस और डिप्रेशन की प्रॉब्लम दूर होती है.