भारत में कोरोना के 9,55,319 सक्रिय मामले, Omicron को हल्के न लें

देश में एक बार फिर कोरोना तेजी से अपना पैर पसार रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यूरोप के 8 देशों में पिछले दो हफ्ते में दोगुना केस बढ़े हैं.

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Deepak Pandey
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Health Ministry PC( Photo Credit : फाइल फोटो)

देश में एक बार फिर कोरोना तेजी से अपना पैर पसार रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यूरोप के 8 देशों में पिछले दो हफ्ते में दोगुना केस बढ़े हैं. यूके में भी केस बढ़े हैं. एशिया के 36 देशों में कोरोना के केस में वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा कि 1 हफ्ते में विश्व में औसत रोज 25,13,144 केस आ रहे हैं. विश्व में सक्रिय मामले 4,49,07,560 हैं. 159 देशों में केस बढ़ रहे हैं. यूरोप के 8 देशों में 2 गुना केस बढ़े हैं. भारत में कोरोना के 9,55,319 सक्रिय मामले हैं और औसतन ढेड़ लाख नए केस हर दिन आ रहे हैं.

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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि US में 11 जनवरी के दिन अभी तक के सबसे ज्यादा 11.3 लाख केस रिपोर्ट किए गए हैं. भारत में 7 मई को 4,14,188 मामले सबसे ज्यादा आए थे, जबकि 12 जनवरी को कोरोना के 1,94,720 केस आए हैं. महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, यूपी, केरल और गुजरात में लगातार कोविड केस बढ़ रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि 19 राज्यों में 10000 मामले, 4 राज्य में 5 हज़ार से 10 हज़ार केस और 13 राज्य में 5000 से कम एक्टिव केस हैं. 5 प्रतिशत से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट वाले जिले बढ़कर 300 हो गए हैं. टीकाकरण का फर्स्ट डोज 86.62 करोड़ यानी 92 प्रतिशत, सेकंड डोज 68 प्रतिशत और प्रिकॉशन डोज 18.86 लाख है.

लव अग्रवाल ने आगे कहा कि WHO के अनुसार, अगर टीका नहीं लिया हो तो अस्पताल में भर्ती होने की आशंका बढ़ती है. अगर टीका लिया है तो इन्फेक्शन और हॉस्पिटलाइजेशन की आशंका घटती है. उन्होंने आगे कहा कि न्यूयॉर्क सिटी की स्टडी के हिसाब से अगर व्यक्ति वैक्सीनटेड है तो कोरोना होने की 78 प्रतिशत कम संभावना हो जाती है. फुली वैक्सीनटेड होने पर अस्पताल में भर्ती होने की 90.2% से 95.7% आशंका कम हो जाती है. WHO की स्टडी कहती है कि काफी हद तक Omicron जो है डेल्टा को रिप्लेस करता हुआ दिख रहा है. 

नीति आयोग के मेंबर डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में हमने देखा कि लोगों ने ओवर डोज़ ली, स्टेरॉयड लिया गया, मिसयूज दवाओं का जोखिम भरा था. गरम पानी लीजिए , गरारा कीजिए, ऐसे तरीकों से काम हो सकता है, लेकिन ओवर डोज दवा नुकसान करती है. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन को हल्के में न लें, ये घातक हो सकता है. इसी ओमिक्रॉन से कई देशों में हालात खराब है. आज हम वैक्सीनेटेड हैं, इसलिए हम ठीक हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि सब ठीक है ओमिक्रॉन बड़ा खतरा है. 

Source : News Nation Bureau

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