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मानसून में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचने के लिए अपनाए ये टिप्स

विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर सावधानी बरती जाए तो किसी भी रोग से छुटकारा पाया जा सकता है. यह सही है कि मानसून में वेक्टर जनित वायरल रोगों का खतरा रहता है

Updated on: 28 Jul 2021, 10:48 PM

highlights

  • मानसून में कई लोगों को वायरल से बीमार होते हुए भी देखा गया है
  • बसे ज्यादा खतरा डेंगू और मलेरिया बीमारी से है
  • इसे वेक्टर जनित वायरल रोग कहते हैं

नई दिल्ली:

भारत एक ऐसा खूबसूरत देश है, जहां हर तरह का मौसम देखने को मिलता है - सर्दी, गर्मी और बरसात. पहले दोनों मौसम की अपनी ही खासियत है, लेकिन बरसात में बारिश की बूंदों का अपना ही आनंद है. कोई इसे देखकर खुश होता है, तो कोई इसमें भीग कर इसका स्वागत करता है. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि मानसून हर किसी के लिए एक जैसा अनुभव लेकर आए. इस मौसम में हमने कई लोगों को वायरल से बीमार होते हुए भी देखा है. सबसे ज्यादा खतरा डेंगू और मलेरिया बीमारी से है, जिससे भारत में लाखों लोग प्रभावित होते हैं. इसे हम वेक्टर जनित वायरल रोग कहते हैं, जो एडीस एजिप्टी नामक मच्छर से फैलता है​. यह मच्छर घरेलू वातावरण में एवं आसपास इकट्ठे साफ पानी में उत्पन्न होता है.

विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर सावधानी बरती जाए तो किसी भी रोग से छुटकारा पाया जा सकता है. यह सही है कि मानसून में वेक्टर जनित वायरल रोगों का खतरा रहता है, ऐसे में इससे बचने के लिए हमें कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए. साथ ही, यह भी ध्यान दें कि अगर कोई बीमारी हो भी जाती है, तो आपके पास एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी जरूर हो. क्योंकि डेंगू और मलेरिया ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज कई-कई हफ्तों तक बेड पर रहता है, जिससे मेडिकल और दवाईयों का खर्चा भी बढ़ जाता है. इसलिए समझदारी यही है कि आप एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी भी रख लें.

फुल साइज के कपड़े पहनें

एडीस एजिप्टी नामक मच्छर कभी भी हमला बोल सकते हैं, इसलिए हमेशा सर्तक रहना बहुत जरूरी है. आप चाहे घर पर हो या फिर बाहर अपने शरीर को जितना ज्यादा हो सके कपड़ों से ढककर रखें. आप पूरी बाजू की शर्ट, कुर्ता, पैंट, पजामा आदि पहनकर रखें. साथ ही, बच्चों को भी फुल साइज के कपड़े पहनाएं. महिलाएं भी इस बात का पूरा ध्यान दें. जितना शरीर ढका रहेगा, उतना ही हम मच्छरों से सुरक्षित रह सकते हैं.

सूर्यास्त से पहले खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर लें

बारिश होती है तो घर की खिड़कियां और दरवाजों को हम खोल देते हैं, ताकि बारिश का भरपूर आनंद ले सकें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि सूर्यास्त से पहले या जब दिन ढलने लगे तो घर के सभी खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर दें क्योंकि देखा गया है कि मच्छर आमतौर पर सूर्यास्त के दौरान और बाद में अधिक सक्रिय होते हैं.