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Ayurvedic Tips for Healthy Heart : दिल को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेद के ये तरीके करें फॉलो

Ayurvedic Tips for Healthy Heart : आयुर्वेद में हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कई प्रकार की प्राकृतिक उपचार और घरेलू नुस्खे हैं जो हमारे हार्ट को स्वस्थ और मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं. चलिए जानते हैं इसके बारे में...

Updated on: 22 Jan 2024, 06:07 PM

नई दिल्ली:

Ayurvedic Tips for Healthy Heart : आयुर्वेदिक खाने स्वास्थ्य को सुधारने और रोगों से बचाव करने में मदद करता है. आयुर्वेदिक आहार में प्राकृतिक और सात्विक भोजन को प्रोत्साहित किया जाता है. यह आहार शरीर, मन, और आत्मा के बीच संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है. ये खाना शरीर में जल संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है और तृष्णा को सम्यकता से नियंत्रित करने में मदद करता है. आयुर्वेद में तीन प्रमुख दोष होते हैं - वात, पित्त, और कफ. आयुर्वेदिक खाना इन दोषों को संतुलित करने में मदद करता है और रोगों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है.

आयुर्वेदिक आहार में भोजन में अंतिरोगी गुणों का संतुलन होता है जो रोगों की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और उच्च स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है. ये खाना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में सहायक होता है और अंतर्दृष्टि का विकास करता है. भौतिक, मानसिक, और आत्मिक स्वास्थ्य का संतुलन: आयुर्वेदिक खाना शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद करता है और एक संतुलित जीवनशैली को प्रोत्साहित करता है. सावधानीपूर्वक आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से तैयार किए गए आहार योजना को अपनाना सबसे अच्छा है, खासकर यदि आप किसी विशेष रोग के इलाज के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा धारा का अनुसरण कर रहे हैं. दिल को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेदिक तरीके भी हैं.

अर्जुन की छाल (Arjuna Bark): अर्जुन की छाल दिल के लिए फायदेमंद है. इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में हृदय रोग के इलाज के लिए प्रचलित रूप से इस्तेमाल किया जाता है. यह हृदय में रक्त संचार को सुधारने और रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.

गुड़मार (Gudmar): गुड़मार को मधुमेह और हृदय संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए जाना जाता है. यह मधुमेह के नियंत्रण में मदद कर सकता है और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक हो सकता है.

अश्वगंधा (Ashwagandha): अश्वगंधा एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो स्ट्रेस को कम करने, तनाव को दूर करने, और हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकती है.

अर्जुन चाल (Arjuna Churna): अर्जुन चाल हृदय संबंधी समस्याओं के लिए लाभकारी हो सकती है. इसे पाउडर या चूर्ण के रूप में लेना सुझाया जा सकता है.

लहसुन (Garlic): लहसुन को आयुर्वेद में हृदय स्वास्थ्य को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. इसमें मौजूद एलीसिन नामक एक तत्व हृदय सम्बंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है.

त्रिफला (Triphala): त्रिफला एक आयुर्वेदिक रसायन है जिसमें आंवला, हरड़, और बहेड़ा होते हैं. यह हृदय की स्वास्थ्य सुधारने के साथ-साथ पाचन को भी सुधारने में मदद कर सकता है.

ध्यान दें कि किसी भी आयुर्वेदिक उपचार से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श करना सुरक्षित होता है, विशेषकर यदि आप किसी और बीमारी का इलाज कर रहे हैं या दवाओं का सेवन कर रहे हैं.