logo-image

कोविड-19 जंतुओं से मनुष्यों में फैलने की आशंका: डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट

कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए कुछ वक्त पहले डब्ल्यूएचओ की टीम ने चीन का दौरा किया था. अब डब्ल्यूएचओ की टीम के अनुसार, यह वायरस चमगादड़ से अन्य जंतुओं के जरिये मनुष्यों में फैला होगा.

Updated on: 30 Mar 2021, 10:48 AM

highlights

  • कोरोना जंतुओं से मनुष्यों में फैलने की आशंका
  • डब्ल्यूएचओ की टीम ने किया रिपोर्ट में दावा
  • 'प्रयोगशाला से वायरस फैलने की आशंका कम'

बीजिंग:

कोरोना वायरस से पूरी दुनिया सदमे में हैं. लगभग डेढ़ साल बीत जाने के बावजूद इस महामारी का अंत किसी भी देश में होता नजर नहीं आ रहा है, बल्कि इसके ठीक उल्टे वायरस का अपना प्रकोप और बढ़ता जा रहा है. साथ ही कोरोना के नए नए स्ट्रेन मिलने से विश्व के सामने और बड़ी चुनौती खड़ी चुकी हैं. लेकिन अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस वायरस की उत्पत्ति हुई कैसे और कहां से. कुछ देशों ने इस वायरस को इजाद करने के आरोप चीन पर लगाए. हालांकि इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड-19 जंतुओं से मनुष्यों में फैलने की आशंका जताई है.

यह भी पढ़ें : कोरोना की 'दूसरी लहर' के बीच आई बड़ी खुशखबरी, भारत में जल्द लॉन्च होगी एक और वैक्सीन

कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए कुछ वक्त पहले डब्ल्यूएचओ की टीम ने चीन का दौरा किया था. अब डब्ल्यूएचओ की टीम के अनुसार, यह वायरस चमगादड़ से अन्य जंतुओं के जरिये मनुष्यों में फैला होगा. डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि प्रयोगशाला से वायरस फैलने की आशंका बहुत कम है. समाचार एजेंसी एपी को मिली जांच टीम की मसौदा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. हालांकि जांच रिपोर्ट में उम्मीद के अनुसार कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं.

डब्ल्यूएचओ की टीम ने प्रयोगशाला से वायरस के लीक होने के पहलू को छोड़कर अन्य सभी पहलुओं पर आगे जांच करने का प्रस्ताव रखा है. रिपोर्ट को जारी किए जाने में लगातार देरी हो रही है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि कहीं चीनी पक्ष जांच के निष्कर्ष को प्रभावित करने का प्रयास तो नहीं कर रहा, ताकि चीन पर कोविड-19 महामारी फैलने का दोष न मढ़ा जाए. विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने पिछले सप्ताह के अंत में कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि टीम की रिपोर्ट अगले कुछ दिन में जारी कर दी जाएगी.

यह भी पढ़ें : दुनियाभर में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 12.60 करोड़ के पार, भारत की स्थिति चिंताजनक

एपी को सोमवार को जेनेवा में स्थित डब्ल्यूएचओ सदस्य देश के राजनयिक की ओर से जांच टीम की रिपोर्ट मिली. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया गया है कि रिपोर्ट को जारी करने से पहले इसमें बदलाव किया जाएगा या नहीं. हालांकि, राजनयिक का कहना है कि यह रिपोर्ट का अंतिम संस्करण है. इस संबंध में डब्ल्यूएचओ से संपर्क किया गया, लेकिन उसकी ओर से तत्काल कोई जवाब नहीं मिला है. अध्ययनकर्ताओं ने सार्स-कोव-2 नामक कोरोना वायरस की उत्पत्ति की चार परिस्थितियां बताई हैं. जिसमें चमगादड़ों से अन्य जंतुओं में इसका प्रसार हुआ होगा, मुख्य है.

(इनपुट - एजेंसी)