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केवल ज्यादा खाने से ही नहीं, इन 5 रीज़न्स की वजह से भी फूलते जा रहें हैं आप

वजन बढ़ने के कई और कारण भी हो सकते हैं जिन पर लोग ध्यान नहीं देते. बहुत से जतन करने के बाद भी लोगों का वज़न गटाना मुस्किल हो जाता है. यदि आप भी इसे सही डाइट और एक्सरसाइज़ के साथ ट्राई कर चुकें हैं तो हो सकता है कि इन पांच मुख्य कारणों में से कोई प्रॉ

Updated on: 14 Aug 2021, 06:19 PM

नई दिल्ली:

आमतौर पर वज़न बढ़ने के मुख्य कारण डाइट और एक्सरसाइज़ करने की कमी माने जाते हैं. लेकिन सिर्फ ये ही नहीं बल्कि वजन बढ़ने के कई और कारण भी हो सकते हैं जिन पर लोग आज कल ध्यान नहीं देते. बहुत से जतन करने के बाद भी लोगों का वज़न घटाना मुश्किल हो जाता है. यदि आप पहले ही वज़न घटाने के लिए सही डाइट और एक्सरसाइज़ ट्राई कर चुकें हैं तो फिर इन पांच मुख्य कारणों में से आपके वज़न बढ़ने का कोई कारण हो सकता है.  आइए जानते हैं एक्सरसाइज़ और डाइट के अलावा वज़न बढ़ने के मुख्य कारण: 

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इंसान बीमारी और मजबूरी में दवाइयां खाता है. ये दवाएं इंसान की बीमारो को तो ठीक कर देती हैं लेकिन कई बार शरीर पर इसका उल्टा असर देखने को मिलता है. बहुत-सी दवाएं ऐसी होती हैं, जिन्हें लगातार खाने से वज़न बढ़ जाता है, जैसे- डिप्रेशन की दवाएं, बर्थ कंट्रोल पिल्स, स्टेरॉइड्स, आदि. इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स से बचना बहुत मुश्किल होता है. इसलिए अगर आप दवाएं ज़्यादा खाते हैं और आपका वजन बढ़ता जा रहा है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में सलाह जरूर लीजिए.

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फलों को ज्यादा खाना वैसे तो फल हेल्दी माने जाते हैं क्योंकि इनमें फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स अच्छी मात्रा में होते हैं. लेकिन ज़्यादा फल खाना भी नुकसान दायक हो सकता है क्योंकि फलों में फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स के अलावा कैलोरीज़ और शुगर भी बहुत अधिक होती है जिससे आपका वजन बढ़ सकता है. इसलिए फलों को ठीक मात्रा में खाना चाहिए. 

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तनाव भी वज़न बढ़ने का एक बड़ा कारण है. कुछ लोगों को लगता है कि दुख में इंसान खाना पीना छोड़ देता है इसलिए उसका शरीर कमज़ोर होने लगता है मगर ऐसा सबके साथ नहीं होता. इसके अलावा तनाव के कारण शरीर कॉर्टिसोल हार्मोन रिलीज़ करता है, जो भूख को बढ़ा देता है. इसलिए लोग दुख और तनाव में ज़्यादा खाते हैं जिससे उनका वज़न घटने के बजाय बढ़ता जाता है. ऐसा आमतौर पर तब होता है, जब इंसान लंबे समय से तनाव या डिप्रेशन में रह रहा हो. 

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महिलाओं के शरीर में उम्र के साथ कई बदलाव आते हैं, जिनमें से एक हार्मोनल बदलाव भी है. ये बदलाव पीरियड्स, प्रेग्नेंसी, मेनोपॉज के दौरान ज़्यादा देखने को मिलते हैं. हार्मोन्स के डिसबैलेंस के कारण शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है जिसके कारण शरीर कैलोरीज़ को ठीक से बर्न नहीं कर पाता और एक्स्ट्रा कैलोरीज़ शरीर में चर्बी के रूप में जमा होने लगती है. हार्मोनल बदलावों से निपटने के लिए रोज़ाना एक्सरसाइज़ करते रहना बेहद जरूरी है. इसके अलावा हार्मोन्स को बैलेंस करने में मेडिटेशन भी अच्छी भूमिका निभाता है.

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नींद की कमी का संबंद्ध वजन बढ़ने के साथ सुनकर आपको हैरानी जरूर होगी लेकिन नींद सही से न लेना भी आपके बढ़ते वज़न का मुख्य कारण हो सकता है. अगर आप रोज़ाना रात में अच्छी और गहरी नींद नहीं सो रहे हैं, तो आप अपने मोटापे को बढ़ावा दे रहे हैं. ऐसे में अगर आप हर रोज़ अपने शरीर की ज़रुरत के हिसाब से नींद नहीं लेंगे, तो शरीर में हार्मोन्स का लेवल बिगड़ने लगेगा, शरीर का विकास कम होगा और आपका वजन बढ़ने लगेगा.