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Erotomania: इस बीमारी में लड़कियां खुद को समझने लगती हैं सुंदर, लगता है लड़के मरते हैं उस पर

Erotomania: इरोटोमेनिया एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है जिसमें व्यक्ति अपने आप को बेहद खूबसूरत समझने लगता है और उन्हें लगता है कि सब उनके प्यार में पागल हैं. यह समस्या अधिकतर महिलाओं में पाई जाती है

Updated on: 26 Jan 2024, 03:38 PM

New Delhi:

Erotomania: इरोटोमेनिया एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है जिसमें व्यक्ति अपने आप को बेहद खूबसूरत समझने लगता है और उन्हें लगता है कि सब उनके प्यार में पागल हैं. यह समस्या अधिकतर महिलाओं में पाई जाती है. इसमें व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक जीवन को प्रभावित करने वाले विचारों और धारणाओं की एक संवेदनशीलता होती है. इसे समय रहते पहचानकर और उचित इलाज के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है. लेकिन बीमारी ज्यादा बढ़ने पर यह स्थिति और भी ज्यादा घातक हो सकती है. ऐसे में समय रहते ही इस बीमारी का उपचार करा लेना बेहतर होता है. 

इरोटोमेनिया के कारण 

इरोटोमेनिया के कारण मुख्य रूप से मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक परिस्थितियों में उत्पन्न होने वाली अनियंत्रित मानसिक धारणाओं और विचारों का प्रभाव हो सकता है. कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:

सामाजिक प्रभाव: विज्ञान, मीडिया, और सामाजिक माध्यमों के माध्यम से परिप्रेक्ष्य, आदर्श और स्थापित स्तरों की अपेक्षाओं का प्रभाव इरोटोमेनिया के उत्पन्न होने में हो सकता है.

स्थायी और व्यक्तिगत संदर्भ: व्यक्ति के व्यक्तिगत अनुभव, संबंध, और सामाजिक परिस्थितियों के साथ उनके संबंध का एक प्रमुख कारक हो सकता है.

सामाजिक दबाव: समाज में अविश्वास, अलगाव, या अन्य सामाजिक दबाव इरोटोमेनिया के उत्पन्न होने में एक कारक हो सकते हैं.

मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: व्यक्ति की मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे कि अतिरिक्त अवसाद, चिंता, या आत्म-संज्ञान की कमी, इरोटोमेनिया के विकास में योगदान कर सकती हैं.

इन कारणों के संबंध में समय रहते पहचान और उचित इलाज की आवश्यकता होती है.

इरोटोमेनिया के लक्षण 

अत्यधिक स्वार्थ: व्यक्ति को अपनी खूबसूरती, आकर्षण, और अहम भाग्य को लेकर अत्यधिक मनोबल और स्वार्थ विकसित हो सकता है.

आत्म-अभिमान: इस स्थिति में, व्यक्ति अपने आप को अत्यधिक महत्वपूर्ण और आकर्षक समझता है और अधिक सेल्फीश हो सकता है.

अन्य के प्रेम की कमी: व्यक्ति अन्य लोगों के प्रेम या ध्यान को नजरअंदाज़ कर सकता है और अपनी आत्म-महत्वा में संतुष्ट होने के लिए अधिकतर समय व्यतीत करता है.

व्यवहार में बदलाव: इरोटोमेनिया से पीड़ित व्यक्ति को कई कई बार भ्रम हो जाता है, जिसके चलते उसके व्यवहार में बड़ा चेंज आने लगता है.

सोशल इंपैक्ट: इस समस्या से प्रभावित व्यक्ति के सामाजिक जीवन में बदलाव भी हो सकता है, जैसे कि संबंधों में कमी और सोशल अनियमितता.

अधिक श्रद्धा: इरोटोमेनिया में, व्यक्ति अधिक संतुष्ट, विश्वासी और अधिक श्रद्धा प्राप्त करने की कोशिश कर सकता है.

इन लक्षणों को समझकर व्यक्ति को उचित मार्गदर्शन और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता होती है.

इरोटोमेनिया का उपचार 

थेरेपी: मानसिक स्वास्थ्य के विशेषज्ञों द्वारा समर्थन और परामर्श के साथ मनोविज्ञानी थेरेपी (प्रशिक्षित पेशेवरों द्वारा निर्देशित चिकित्सा सत्र) प्रदान किया जा सकता है.

दवाओं का सेवन: अधिकृत मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन किया जा सकता है जो अत्यधिक आत्मविश्वास, अधिक आकर्षण या अन्य संबंधत लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं.

स्वयंसेवा और आत्म-समीक्षा: व्यक्ति को अपनी विचारधारा और विचारों को समीक्षा करने, संज्ञान करने, और स्वयंसेवा के माध्यम से स्वयं को समझने की आवश्यकता होती है.

संबंधों में सुधार: यदि इरोटोमेनिया के लक्षणों में किसी संबंध में समस्या है, तो यह मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा गाइडेंस और साथ में सुधार की आवश्यकता होती है.

इन उपायों का समय रहते आदर्श रूप से अनुसरण किया जाना चाहिए ताकि इरोटोमेनिया के लक्षणों को समाधान किया जा सके.