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तंदूरी रोटी खाने के नुकसान, जानकर रह जाएंगे हैरान

तंदूर की रोटी में इस्तेमाल किया जाने वाला मैदा बॉडी में शुगर लेवल को भी बढ़ा देता है. इसमें बहुत ज्यादा क्वांटिटी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) होता है. इसलिए इस रोटी को खाने से डायबिटीज का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है.

Updated on: 28 Sep 2021, 07:44 AM

नई दिल्ली:

शादी हो या त्यौहार लोगों को तंदूर की रोटी बेहद पसंद आती है. इस रोटी को लोग कढ़ी, राजमा, मटर पनीर जैसी सब्जियों से खाना बेहद पसंद करते हैं. ये अभी की बात नहीं है. ये तंदूर की रोटी खाने की परंपरा काफी पुराने टाइम से चली आ रही है. ये रोटी खाने में तो टेस्टी होती ही है साथ ही ये कोयले में बनने के कारण महक भी बहुत अच्छी देती है. लेकिन, अगर हम कहें कि इसे खाने के नुकसान भी बहुत होते हैं. जी हां, नुकसान. इससे होने वाली बीमारियों की लिस्ट तो हम आपको बाद में बताएंगे पहले मैदा के नुकसान ही बता दें. तो जान लें, मैदा और कुछ नहीं, बल्कि प्रोसेस्ड और पॉलिश्ड गेहूं (processed and polished wheat) होता है. इसे आगे बेंजोयल पेरोक्साइड (Benzoyl Peroxide) के साथ ब्लीच किया जाता है, जो आटे को एक क्लीन व्हाइट कलर (clean white colour) और चिकनी बनावट देता है.

इसी मैदा को रूटीन में खाने से कई बीमारी जैसे कि आईबीएस (IBS), कॉन्सटिपेशन, पाचन संबंधी समस्याएं (digestive problems), ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides), कोलेस्ट्रॉल (chlestrol) का रिस्क बढ़ जाता है. इसी कारण से मैदा को नुकसानदायक माना जाता है. लेकिन, ये तो हो गए मैदा के नुकसान. इसकी रोटी खाने के क्या नुकसान है. तो, बिना टाइम वेस्ट किए इसके नुकसानों पर भी एक नजर डाल लीजिए.

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अब ये तो सब जानते हैं कि तंदूर की रोटी मैदा से बनती है. मैदा से बनने के कारण इसे खाने से हार्ट डीजिज का रिस्क भी बढ़ जाता है. इसलिए जितना हो सके तंदूर की रोटी को अवॉइड करना चाहिए. ये हम नहीं कह रहे. ये एक रिसर्च में भी कहा गया है कि कोयले, लकड़ूी या चारकोल में बनाए हुए खाने से एयर पॉल्यूशन तो फैलता ही है. साथ ही हार्ट प्रॉब्लम्स का खतरा भी बढ़ जाता है. लेकिन, अब किसी-किसी को तंदूर की रोटी का बेहद शौक होता है. तो खाइए लेकिन इसे बनाने के लिए मैदा का नहीं आटे का इस्तेमाल करें. साथ ही इसे तंदूर में नहीं ओवन में बनाना शुरू करें. खास तौर से उन लोगों को तंदूर की रोटी को बिल्कुल भी हाथ नहीं लगाना चाहिए. जिन्हें पहले से ही दिल से जुड़ी किसी भी तरह की कोई प्रॉब्लम हो. 

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वहीं तंदूर की रोटी में इस्तेमाल किया जाने वाला मैदा बॉडी में शुगर लेवल को भी बढ़ा देता है. इसमें बहुत ज्यादा क्वांटिटी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) होता है. इसलिए इस रोटी को खाने से डायबिटीज का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. डायबिटीज का तो आप जानते ही हैं कि एक बार हो जाए तो जल्दी ठीक नहीं होती. फिर इस बीमारी के कारण और बीमारियां भी हो सकती है. इसलिए जो पहले से ही डायबिटीज के पेशेंट्स है वो तो इसे हाथ भी ना लगाएं और जो नहीं चाहते कि उन्हें हो जाए वो भी इसे खाना अवॉइड करें. 

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ये प्रॉब्लम्स हम यूं ही नहीं गिनवा रहे हैं. इसके पीछे का कारण तंदूरी रोटी में मौजूद कैलोरीज है. बता दें, एक तंदूरी रोटी में लगभग 110 से 150 कैलोरीज होती है. जिसमें से कार्बोहायड्रेट (carbohydrate) और कैलोरीज (calories) का परसंटेज बहुत ज्यादा होता है. साथ ही, इसमें प्रोटीन होता जरूर है. लेकिन ना के बराबर. इसी कारण से तंदूर की रोटी को बॉडी के लिए बेहद नुकसानदायक बताया जाता है.