दूध में मौजूद विटामिन कीमोथेरेपी का दर्द रोकने में है कारगर

कीमोथेरेपी से कैंसर से बचने की दर में इजाफ हुआ है। उपचार की इस प्रक्रिया में इस्तेमाल की जानी वाली दवाओं के कई दुष्प्रभाव भी होते हैं।

कीमोथेरेपी से कैंसर से बचने की दर में इजाफ हुआ है। उपचार की इस प्रक्रिया में इस्तेमाल की जानी वाली दवाओं के कई दुष्प्रभाव भी होते हैं।

author-image
Sonam Kanojia
एडिट
New Update
दूध में मौजूद विटामिन कीमोथेरेपी का दर्द रोकने में है कारगर

फाइल फोटो

दूध में पाया जाने वाला एक विटामिन कीमोथेरेपी दवाओं की वजह से होने वाले तंत्रिका दर्द को रोकने और इलाज में उपयोगी हो सकता है। एक शोध में यह बात सामने आई है।

Advertisment

शोधकर्ताओं ने दूध में मौजूद निकोटिनामाइड रिबोसाइड (एनआर) के प्रभाव का अध्ययन किया। यह विटामिन बी3 का एक प्रकार है। इसका इस्तेमाल पैक्लिटैक्सेल के साथ मादा चूहों पर किया गया। कीमोथेरेपी का इस्तेमाल आमतौर पर स्तन और गर्भाशय कैंसर इलाज के लिए किया जाता है।

कीमोथेरेपी से कैंसर से बचने की दर में इजाफ हुआ है। उपचार की इस प्रक्रिया में इस्तेमाल की जानी वाली दवाओं के कई दुष्प्रभाव भी होते हैं, इसलिए जीवित बचे लोगों और रोगियों के जीवन गुणवत्ता में ह्रास होना लाजिमी है।

ये भी पढ़ें: तनाव करना है दूर तो दिन में जरूर करें ये काम

खासतौर पर कई कैंसर-रोधी दवाएं कीमोथेरेपी प्रेरित परिधीय न्यूरोपैथी (सीआईपीएन) से तंत्रिका यानी नसों को नुकसान पहुंचता है और मरीज को असहनीय दर्द होता है।

अमेरिका के आईओवा यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मार्ता हामिटी ने कहा, 'कीमोथेरेपी-प्रेरित परिधीय न्यूरोपैथी का प्रभाव इलाज पूरा होने के बाद भी बना रह सकता है। इससे कैंसर के मरीज की जीवन की गुणवत्ता गंभीर रूप से प्रभावित होती है।'

ये भी पढ़ें: इन 5 बातों से जानें पार्टनर को नहीं रहा आपसे प्यार

हामिटी ने कहा, 'हमारे निष्कर्ष इस विचार का समर्थन करते हैं कि एनआर का इस्तेमाल कैंसर मरीजों में सीआईपीएन को कम करने में या रोकने में इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे उनके जीवन की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार होगा।'

इस शोध का प्रकाशन पत्रिका 'पेन' में किया गया है।

ये भी पढ़ें: 'चायवाले' दोस्त से मिलकर धोनी ने लगाया गले और करवाया डिनर

Source : IANS

News in Hindi health news Milk
      
Advertisment