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Diabetes Symptoms: डायबिटीज होने पहले ऐसे संकेत देती है बॉडी, ऐसे करें पहचान

Diabetes Symptoms: विशेषज्ञों का मानना है कि अगर डायबिटीज की अगर समय रहते पहचान कर ली जाए तो इसको रिवर्स किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए नीचे दिए गए शुरुआती लक्षणों पर नजर रखनी होगी

Updated on: 04 Sep 2023, 01:15 PM

New Delhi:

Diabetes Symptoms: मधुमेह यानी डायबिटीज एक गंभीर बिमारी है. चिंता की बात यह है कि इस बीमारी का कोई स्थाई समाधान भी नहीं है. एक बार यह बीमारी जकड़ ले तो पूरी उम्र परहेज और दवाइयों के सहारे रहना पड़ता है. इसके साथ ही डायबिटीज कई अन्य बीमारियों को भी निमंत्रण दे देती है. ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ जाने से कई गंभीर समस्याएं स्वास्थ्य को चुनौती देती हैं. इसलिए अच्छा होगा कि शुरुआती लक्षण पकड़ कर ही इस गंभीर बिमारी से बचा जाए. 

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर डायबिटीज की अगर समय रहते पहचान कर ली जाए तो इसको रिवर्स किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए नीचे दिए गए शुरुआती लक्षणों पर नजर रखनी होगी. डॉक्टरों के अनुसार यूं तो डायबिटीज के कई लक्षण होते हैं, बार-बार पेशाब आना डायबिटीज का पहला लक्षण हो सकता है. खासकर रात के समय यह समस्या ज्यादा देखने को मिल सकती है.

ये हैं डायबिटीज के शुरुआती लक्षण-

ज्यादा भूख व प्यास लगना

डायबिटीज का शुरुआती लक्षण बार-बार पेशाब आना है, जिसकी वजह से बॉडी में पानी की कमी हो सकती है. यही वजह है कि डायबिटीज के रोगी को अपेक्षाकृत ज्यादा प्यास लगती है. ठीक इसी तरह रोगी को भोजन से जरूरत के अनुसार ऊर्जा नहीं मिल पाती और उसको अक्सर भूख महसूस होती रहती है.

थकान व कमजोरी

डायबिटीज मरीज के ग्लूकोज लेवल को प्रभावित करता है. इसकी वजह से रोगी को थकान व कमजोरी अनुभव होती है. ग्लूकोज का लेवल ज्यादा होने पर दृष्टि धुंधली हो सकती है.

डायबिटीज के दूसरे लक्षण

इसके अलावा चिड़चिड़ापन, धुंधला दिखाई पड़ना, जख्म की देरी से ठीक होना या जल्दी-जल्दी बीमार होना भी डायबिटीज के दूसरे लक्षण हो सकते हैं. 

लक्षण मिलने पर क्या करें-

डायबिटीज के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. क्योंकि डायबिटीज को शुरुआती दौर में ठीक किया जा सकता है.

दो तरह के डायबिटीज

डायबिटीज के दो लेवल होते हैं. एक डायबिटीज 1 जिसमें रोगी पूरी तरह से इंसुलिन पर निर्भर हो जाता है. दूसरा डायबिटीज 2 जिसमें बॉडी ग्लूकोज को ठीक तरह से मैनेज नहीं कर पाती और ब्लड में इसका लेवल बढ़ जाता है.