IND vs ENG: शुभमन गिल ने इंग्लैंड में की बैजबॉल वाले अंदाज में बैटिंग, सिर्फ इतनी गेंदों में बना दिया अर्धशतक
'असहयोग आंदोलन' के वक्त शिवपूजन सहाय ने त्याग दी थी सरकारी नौकरी
बर्खास्त कर्मचारियों को मिलने वाले भत्ते पर अंतरिम रोक, कलकत्ता हाईकोर्ट से लगा बंगाल सरकार को झटका
Diana Penty ने गुपचुप कर ली शादी? 12 साल बॉयफ्रेंड संग लिव-इन में रहने पर कह डाली ये बात
Satta Matka King Gali Disawer Result 20 June: गली, दिसावर समेत जारी हुए इन गेम के विनिंग नंबर्स, देखें सूची
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 700 बिलियन डॉलर के करीब पहुंचा
जिंबाब्वे टेस्ट सीरीज से टेंबा बावुमा बाहर, केशव महाराज करेंगे कप्तानी
बांग्लादेशी कप्तान शांतो ने तोड़ा 12 साल पुराना रिकॉर्ड, श्रीलंका के खिलाफ किया बड़ा कारनामा
Cheapest Book Market: कहां है किताबों का 'सरोजिनी नगर'? सस्ते दाम की वजह से लगती है भारी भीड़

क्या कोरोना जैसे हालात फिर बनेंगे? चीन में रहस्यमयी बीमारी को लेकर WHO ने मांगी रिपोर्ट

Respiratory illnesses: बीते तीन सालों से दिसंबर माह में चीन में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों में भारी बढ़ोतरी देखी गई है, इस बीमारी के उभरने की संभावना बनी हुई है.  

Respiratory illnesses: बीते तीन सालों से दिसंबर माह में चीन में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों में भारी बढ़ोतरी देखी गई है, इस बीमारी के उभरने की संभावना बनी हुई है.  

author-image
Mohit Saxena
एडिट
New Update
चीन में रहत्यमयी बीमारी का खतरा

चीन में रहत्यमयी बीमारी का खतरा( Photo Credit : social media )

New Respiratory Disease In China: कोरोना के बाद एक और नई रहस्यमयी बीमारी ने सिर उठाया है. यह बीमारी भी चीन में फैल रही है. इसकी चपेट में आने से बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने एक बयान में बताया कि डब्ल्यूएचओ ने सांस से जुड़ी बीमारियों में हो रही बढ़ोतरी और बच्चों में निमोनिया रिपोर्ट पर विस्तृत जानकारी देने को लेकर अनुरोध किया है. रिपोर्ट के अनुसार, बीते तीन सालों से दिसंबर माह में चीन में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों में भारी बढ़ोतरी देखी गई है. ऐसा कहा जा रहा है कि चीन ने जब से जीरो कोविड नीति को बीते साल दिसंबर में खत्म किया है, तब से इस बीमारी के उभरने की संभावना बनी हुई है. 

Advertisment

सांस संबंधी बीमारियों में तेजी

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने इस माह की शुरुआत में एक प्रेस वार्ता में कहा था कि सांस से जुड़ी बीमारियों की घटनओं में काफी तेजी से उभार आया है. इसकी खास वजह है, कोविड-19 को रोकने में ​लापरवाही बरतना है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोविड की रोकथाम में ढिलाई के कारण कोविड से जुड़ी बीमारियों में तेजी देखी गई है. इसके साथ इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और श्वसन सिंकाइटियल वायरस (RSV) जैसी बीमारियों में बढ़ोतरी देखने को मिली. 

उत्तरी चीन से आने वाली अज्ञात निमोनिया 

बताया जा रहा है कि ऑनलाइन चिकित्सा समुदाय प्रो-मेड (ProMed) ने इसकी पहचान की है. इसी ने 2019 में वुहान (Covid-19 Wuhan, China) में फैली रहस्यमयी बीमारी की पहचान की थी. यह 2019 में कोविड-19 के रूप में आई.अब इस समूह ने दोबारा से उत्तरी चीन से आने वाली अज्ञात निमोनिया पर कमेंट किया है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजिंग, लियाओनिंग और उत्तर के अन्य स्थानों में मौजूद अस्पतालों में बीमार बच्चों की तादात बढ़ी है. वहीं कुछ रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है कि निमोनिया से बीमार बच्चों के माता-पिता ने अधिकारियों पर महामारी को छिपाने का आरोप लगाया है. प्रो-मेड का कहना है कि संबंधित बीमारी को लेकर चीन को निश्चित रूप से जानकारी है. अब डब्ल्यूएचओ ने इस संबंध में पूरा ब्योरा मांगा है. 

आपको बता दें कि 2019 के अंत में कोविड-19 महामारी को लेकर पहले एक अज्ञात निमोनिया   के रूप में नाम दिया गया था. इससे पहली मौत जनवरी 2020 में सामने आई. WHO मार्च 2020   में कोविड वायरस के तेजी से बढ़ते मामले को लेकर चिंतित था. इसके बाद मार्च 2020 में एक महामारी का ऐलान किया गया. 

Source : News Nation Bureau

china respiratory news newsnation WHO newsnationtv Respiratory illnesses
      
Advertisment