नई स्टडी में कोरोना के खतरनाक साइड इफेक्ट का खुलासा, दिमाग पर डाल रहा गहरा असर
देश में कोरोना के मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है. यही वजह है कि देश के लगभग सभी राज्यों में कोरोना पाबंदियां हटा ली गई हैं. हालांकि इस बीच लोगों में कोरोना के अलग- अलग साइड इफेक्ट्स देखने को मिल रहे हैं
नई दिल्ली:
देश में कोरोना के मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है. यही वजह है कि देश के लगभग सभी राज्यों में कोरोना पाबंदियां हटा ली गई हैं. हालांकि इस बीच लोगों में कोरोना के अलग- अलग साइड इफेक्ट्स यानी संक्रमण के बाद होने वाली बीमारियों के भिन्न-भिन्न रूप देखने को मिल रहे हैं. ऐसा ही एक खुलासा कोरोना साइड इफेक्ट्स को लेकर हुई नई स्टडी में हुआ है. दरअसल, यूके में हाल ही में हुई एक स्टडी में सामने आया है कि कोरोना के बाद लोगों में ब्रेन संबंधी बीमारियां देखी जा रही हैं. स्टडी में इस बात के कई पुख्ता सबूत मिले हैं. हालांकि इस तरह के केस बुजुर्ग या उम्रदराज लोगों में अधिक पाए गए हैं.
यूके में 785 लोगों पर की गई इस स्टडी में पाया गया कि कोरोना संक्रमण के बाद लोगों में ब्रेन के साइज में बड़ी कमी और चीजों को सूंघने की क्षमता में कमी जैसे समस्याएं देखी गई हैं. नेचर जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में बताया गया कि कोरोना से पहले और बाद 401 लोगों के ब्रेन की स्कैनिंग कराई गई. इस दौरान पाया गया कि 401 में से 384 लोगों के ब्रेन साइज में बड़ा अंतर पाया गया. वैज्ञानिकों ने दावा किया यह इस तरह की पहली लार्ज स्केल स्टडी है, जिसमें कोरोना होने से पहले और बाद में लोगों के ब्रेन की स्कैनिंग की गई है. संक्रमण से पहले के ब्रेन स्कैन डेटा की उपलब्धता ने बाद के स्कैन में देखे गए नुकसान को पहले से मौजूद समस्याओं की अभिव्यक्ति के रूप में समझने की संभावना को कम कर दिया।
स्टडी में शामिल ब्रिटिश और अमेरिकन संस्थानों से जुड़े वैज्ञानिकों ने बताया कि अभी इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है कि कोरोना का यह साइड इफेक्ट कितने समय तक बना रह सकता है. इसके लिए अभी आगे की जांच जारी है.
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