Coronavirus (Covid-19): यूरोपीय संघ में कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू
Coronavirus (Covid-19): क्लाडिया एलवेरनिनी (29) ने कहा कि आज मैं यहां एक नागरिक ही नहीं बल्कि नर्स के रूप में अपनी बिरादरी और सभी स्वास्थ्यकर्मियों के प्रतिनिधि के रूप में हूं जो विज्ञान में विश्वास करना पसंद करता है.
रोम :
Coronavirus (Covid-19): यूरोपीय संघ (European Union-EU) के देशों में डॉक्टरों, नर्सों और बुजुर्गों ने प्रतीकात्मक एकता का प्रदर्शन करते हुए कोरोना वायरस के टीके की पहली खुराक ली जो इस सदी के सबसे भयावह जनस्वास्थ संकट के खिलाफ लड़ाई में इस महाद्वीप के लिए उम्मीद का एक पल है. वैसे यूरोपीय संघ के कुछ देशों में कल ही टीकाकरण शुरू हो गया था. 27 सदस्यीय इस संघ में टीकाकरण की समन्वित शुरुआत का लक्ष्य इस बात का सामूहिक संदेश देना है कि टीका सुरक्षित है और यह इस महामारी और आर्थिक बर्बादी से उबरने की बहुत बड़ी संभावना का द्वार खोलता है. ऐसे स्वास्थ्यकर्मी जो अपने बचाव के लिए अब तक बस मास्क और शील्ड पहनकर इस वायरस से लोहा ले रहे थे, उनके लिए टीका भावनात्मक राहत है.
यह भी पढ़ें: 100% सुरक्षित है AstraZeneca और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वैक्सीन, जानें किसने कही ये बात
इटली में सबसे अधिक करीब 72,000 मौत
साथ ही ये टीके जनता के लिए यह अपील करने की गुजाइंश है कि यूरोप के 45 करोड़ लोग अपने स्वास्थ्य की खातिर टीका लगावाएं. रोम में स्पालानजानी संक्रामक रोग अस्पताल में टीके लेने वाले डॉक्टरो और नर्सों में प्रथम क्लाडिया एलवेरनिनी (29) ने कहा कि आज मैं यहां एक नागरिक ही नहीं बल्कि नर्स के रूप में अपनी बिरादरी और सभी स्वास्थ्यकर्मियों के प्रतिनिधि के रूप में हूं जो विज्ञान में विश्वास करना पसंद करता है. आस्ट्रियाई चांसलर सेबेसटियन कुर्ज ने रिकार्ड समय में विकसित किये गये टीके को ‘पासा पलटने’ वाला करार दिया. इतालवी विषाणु विशेषज्ञ डोमेनिको अरकुरी ने बताया कि यह बड़ा अहम है कि इस अस्पताल में टीके की खुराक दी गयी जहां वुहान से आया दंपति जनवरी में संक्रमित पाया गया था और वह इटली में पहला मामला था. बाद में उत्तरी लॉम्बार्डी शहर यूरोप में इस महामारी का केंद्र बन गया. यूरोप में इस वायरस से सबसे अधिक करीब 72,000 मौत इटली में हुई.
यह भी पढ़ें: 20 से अधिक तरह के Corona Virus को क्या कंट्रोल कर पाएगी वैक्सीन?
जनवरी, 2021 में और टीके उपलब्ध कराये जाएंगे
अरकुरी ने कहा कि आज सुंदर और सांकेतिक दिवस है कि यूरोप के सभी नागरिक एक साथ टीका लेना शुरू कर रहे हैं , यह लंबी रात के बाद प्रकाश की पहली किरण है. रोमानिया में सबसे पहले टीका लेने वाली मैटई बाल्स इंस्टीट्यूट (बुखारेस्ट) की नर्स मिहाला एंजेल ने कहा, ‘‘बिल्कुल दर्द नहीं हुआ. अपनी आंख खोलिए और टीका लीजिए. जर्मनी के बायोएनटेक और अमेरिकी कंपनी फाइजर के टीके शुक्रवार को बेल्जियम की फैक्ट्री से सुपर कोल्ड कंटेनर से यूरोपीय संघ के अस्पतालों में आने लगे थे. वैसे हर देश को पहली बार बहुत कम टीके यानी 10,000 से भी कम टीके मिल रहे हैं. जनवरी, 2021 में और टीके उपलब्ध कराये जाएंगे. जिन लोगों को रविवार को टीके लगाये गये, उन्हें दूसरी खुराक के लिए तीन सप्ताह में फिर आना होगा. यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेन ने कहा कि और टीके बनाये जा रहे हैं और यूरोपीय संघ के पास 2021 में सभी यूरोपवासियों के लिए जरूरत से अधिक टीके होंगे। उन्होंने संकेत दिया कि यूरोपीय संघ अतिरिक्त टीके पश्चिम बाल्कन और अफ्रीकी देशों के साथ साझा करेगा.
यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन पर भी प्रभावी होगी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन: रिपोर्ट
उन्होंने कहा कि यूरोप अब अच्छी स्थिति में है. उन्होंने टीकाकरण अभियान का एक वीडियो जारी किया और सदी के सबसे भयावह जनस्वास्थ्य संकट से संघ के करीब 45 करोड़ लोगों को बचाने की लड़ाई में ‘एकता का दिल को छू लेने वाला पल’ बताया. चेक के प्रधानमंत्री एंड्रेज बेबस ने टीका लगवाने के बाद कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है. एक जर्मन नर्सिंग होम, जहां शनिवार को 101 साल की एक महिला समेत दर्जनों लोगों को टीका लगाया गया, के संचालक ने कहा, ‘‘जब हम शिद्दत से किसी चीज का इंतजार करते हैं, तो एक दिन भी बहुत लंबा लगता है. टीकाकरण की शुरूआत एक ऐसे भूक्षेत्र के लिए आशा के पल का प्रतीक है जो दुनिया में इस वायरस से सबसे पहले और सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में एक था। इटली और स्पेन तथा चेक गणराज्य जैसे अन्य देशों में इस साल के प्रारंभ में स्थिति ऐसी हो गयी थी कि समूचा स्वास्थ्य तंत्र चरमराता सा प्रतीत हो रहा था. यूरीपीय संघ के 27 देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के कम से कम 1.6 करोड़ मामले सामने आये हैं और संक्रमण से 3,36,000 लोगों की जान चली गयी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें