कोरोना वायरस के चलते मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसे देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने एक इमरजेंसी बैठक बुलाई है. ये बैठक आज बुलाई गई है. बता दें, कोरोना वायरस से अब तक 169 लोगों की मौतच हो चुकी है. ऐसे में WHO की आज स्वास्थ्य नियमन आपात समिति की आज बैठक बुलाई गई है. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में इस बात पर फैसला लिया जाएगा कि कोरोना वायरस से फैलते संक्रमण को स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया जाए या नहीं.
बता दें, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी. चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वायरस संक्रमण के 5,974 मामलों की पुष्टि हो गई और वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के 31 नए मामले मंगलवार तक सामने आए थे.
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इससे पहले WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस घेब्रेयरसा इस हफ्ते चीन की यात्रा पर गए थे. वहां उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद उन्होंने अब कहा है कि चीन के बाहर फैल रहे कोरोना वायरस के लिए ये बैठक जरूरी है.
वहीं चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने की मुश्किल जिम्मेदारी सेना को उठाने का बुधवार को आदेश दिया. इस बीच, कई वैश्विक एयरलाइनों ने चीन के विभिन्न शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं. चीन में इस वायरस से छह विदेशी भी संक्रमित हुए हैं. जर्मनी में चार मामलों की पुष्टि हुई है. इस तरह, फ्रांस के बाद यह दूसरा यूरोपीय देश हो गया है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रमुख राष्ट्रपति शी ने सेना से अपने उद्देश्य को दृढ़ता से मन में रखने और कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने में योगदान देने की मुश्किल जिम्मेदारी उठाने को कहा है.
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बता दें, चीन के लिए उड़ानें संचालित करने वाली दो भारतीय विमानन कंपनियों..इंडिगो और एअर इंडिया...ने भी बुधवार को उस देश के लिए अपनी अधिकतर उड़ानें निलंबित करने की घोषणा की जो कोरोना वायरस प्रकोप से जूझ रहा है. वहीं भारत ने हुबेई प्रांत से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए चीन से दो उड़ानें संचालित करने की अनुमति देने का अनुरोध किया. चीन के हुबेई प्रांत को यह खतरनाक वायरस फैलने के बाद सील कर दिया गया है. केंद्र सरकार की ओर से एक ताजा यात्रा परामर्श जारी किया गया है जिसमें लोगों से चीन की यात्रा करने से परहेज करने को कहा गया है. केंद्र सरकार ने साथ ही हवाई अड्डों, बंदरगाहों और सीमाओं पर जांच बढ़ा दी है.