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Corona Vaccine: भारत में कोरोना टीका लगाने की मोदी सरकार की यह है तैयारी, जानें क्‍या होगी पूरी प्रक्रिया

कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) के बीच भारत में जल्‍द ही वैक्‍सीन लांच हो सकती है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पिछले दिनों कोरोना वैक्‍सीन (Corona Vaccine) को लेकर लोगों को भरोसा दिया है.

Updated on: 12 Dec 2020, 11:34 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) के बीच भारत में जल्‍द ही वैक्‍सीन लांच हो सकती है. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पिछले दिनों कोरोना वैक्‍सीन (Corona Vaccine) को लेकर लोगों को भरोसा दिया है और राज्‍य सरकारों से इसके वितरण को लेकर रणनीति भी बनाने को कहा है. पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश पर राज्‍य सरकारें कोरोना वैक्‍सीन को आम लोगों तक पहुंचाने की कवायद में जुट भी गई हैं. अब आपके जेहन में सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर कोरोना वैक्सीन सबसे पहले किसे लगेगी? कोरोना वैक्‍सीन (Corona Vaccination) कहां और कैसे लगेगी? क्‍या होगी वैक्सीनेशन (टीकाकरण) की पूरी प्रक्रिया? आज हम आपके जेहन में उठ रहे सभी सवालों का विस्‍तार से जवाब देंगे. 

पहले किसे लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन?

सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर (1 करोड़), फ्रंटलाइन वर्कर (2 करोड़) और 50 वर्ष से अधिक उम्र के (26 करोड़) लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके बाद 50 साल से कम उम्र के उनलोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं. इस तरह कोरोना वैक्‍सीनेशन के फेज-1 में कुल 30 करोड़ लोगों को टीका लगाई जाएगी. 

वैक्सीनेशन के नियम क्‍या होंगे?

एक वैक्सीनेशन साइट पर एक दिन में अधिकतम 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. किसी साइट पर पर्याप्त लॉजिस्टिक और वेटिंग रूम, ऑब्जर्वेशन रूम के साथ क्राउड मैनेजमेंट की सुविधा होने पर 200 लोगों के लिए दिन में वैक्सीनेशन सेशन रखा जा सकता है. इसका मतलब यह हुआ कि एक दिन में 100 लोगों को ही टीका लगाया जाएगा लेकिन पर्याप्‍त संसाधन होने पर 200 लोगों को एक साथ टीका लगाया जा सकता है.

लोगों की पहचान कैसे होगी?

बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव की वोटर लिस्ट के आधार पर 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों की पहचान करने के बाद Co-WIN नाम के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से लाभार्थियों को ट्रैक किया जाएगा. Co-WIN पर सभी जानकारी रियल टाइम अपडेट की जाएंगी. वैक्सीनेशन साइट पर उन्हीं को टीका लगेगा, जिनका पहले से रजिस्‍ट्रेशन हो चुका है. अगर कोई आदमी तुरंत वैक्सीनेशन साइट पर पहुंचकर अपना रजिस्ट्रेशन कराए और टीका लगवा ले, ऐसा नहीं हो सकता. 

रणनीति बना रही हैं राज्‍य सरकारें

केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वह कोरोना वैक्सीनेशन की बेहतरीन प्लानिंग करें. एक सत्र में 100 लाभार्थियों को टीका लगाएं. चुनाव प्रक्रिया की तरह ही वैक्सीनेशन प्रक्रिया चलाई जाए. बता दें कि केंद्र सरकार के 23 अलग-अलग मंत्रालय कोरोना वैक्सीन के लिए रणनीति बना रहे हैं. 

वैक्‍सीनेशन के बाद क्‍या होगा?

कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव में लोगों का भरोसा कायम रहे, इसके लिए राज्यों को जल्द से जल्द एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन यानि टीका लगने के बाद होने वाली प्रतिकूल घटनाओं का पता लगाने को कहा गया है. वैक्सीन नई है और कम समय में सभी को मुहैया करानी है, इसलिए ऐसा करना जरूरी होगा. 

कोरोना वैक्सीनेशन की टाइमिंग क्‍या होगी?

कोरोना वैक्‍सीनेशन ड्राइव सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलाया जाएगा. जिनको टीका लगाना है, उनको अलग-अलग समय पर बुलाया जाएगा, जिससे भीड़ ना हो. एक वैक्सीनेशन साइट में तीन कमरे/एरिया होने चाहिए. जैसे- 1. वेटिंग रूम या एरिया 2. वैक्सीनेशन रूम 3. ऑब्जर्वेशन रूम. 

टीका लगवाने के बाद लाभार्थी को 30 मिनट तक ऑब्‍जर्वेशन रूम में इंतजार करना होगा. ऑब्‍जर्वेशन रूम में पानी और टॉयलेट की सुविधा सुनिश्‍चित करने को कहा गया है. 30 मिनट तक ऑब्‍जर्वेशन रूम में इसलिए रखा जाएगा, ताकि वैक्‍सीन का प्रतिकूल प्रभाव पड़े तो उसके बारे में तुरंत पता चल सकेगा. 

वैक्सीनेशन टीम में कितने लोग होंगे

  • डॉक्टर/नर्स/फार्मासिस्ट
  • पुलिस होमगार्ड या सिविल डिफेंस का व्यक्ति जो लाभार्थी के रजिस्ट्रेशन की स्थिति देखेगा
  • दस्तावेज की जांच को प्रमाणित करने वाला
  • भीड़ आदि का प्रबंधन करने के लिए दो सपोर्ट स्टाफ