logo-image

कोरोना ने दी दस्तक ! चीन में बढ़े मामले, भारत पर भी मंडराया साया, एक्सपर्ट्स ने दी चेतावनी

जानकरों के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में आई तेजी का कारण ज्यादातर ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) और ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट BA.2 है.

Updated on: 15 Mar 2022, 07:38 PM

New Delhi:

कोरोना से लोगों ने जहां थोड़ी बहुत राहत की सांस ली थी वहीं एक बार फिर कोरोना महामारी (Corona Pandemic) अपना पेअर पसार रही है. एशिया और यूरोप (Europe) के कुछ देशों में कोविड -19 (Covid-19) मामलों में आई तेजी से लोगों की चिंता बढ़ गई है. जानकरों के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में आई तेजी का कारण ज्यादातर ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) और ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट BA.2 है. इसके अलावा कोविड-19 प्रतिबंधों में तेजी से ढील देने की वजह से भी इस वायरस का संक्रमण एक बार फिर तेजी से फ़ैल रहा है. 

यह भी पढ़ें- कल से मिलेगा 12 से 14 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सिनेशन, जानें कैसे करें रजिस्ट्रेशन

हालांकि भारत में कोरोना तीसरी लहर के दौरान गंभीर परिणाम देखने को नहीं मिले, क्योंकि 2021 में आई दूसरी लहर के बाद तेजी से हुए वैक्सीनेशन और मजबूत इम्युनिटी के कारण ऐसा संभव हो सका. पहली लहर के बाद लोग इस बार काफी ज्यादा जागरूक अपनी इम्यूनिटी के प्रति दिखाई दिए. हालांकि देश के महामारी विशेषज्ञ लगातार इस वायरस पर नजर बनाए हुए हैं और जिनोम सिक्वेंसिंग के जरिए इसके नए वेरिएंट्स को पहचानने की कोशिश कर रहे हैं.

दुनियाभर में कोरोना से जुड़े हालात

यूके और जर्मनी में ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट BA.2 के कारण संक्रमण के नए मामलों में वृद्धि हो रही है. BA.2 50% से अधिक मामलों के लिए जिम्मेदार है और ब्रिटेन और चीन के साथ-साथ यूरोप के अन्य हिस्सों में भी इस वेरिएंट से जुड़े मामले बढ़ रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में मामले अभी भी कम हैं, लेकिन दो बातें चीजें गौर करने लायक हैं. “केवल 10% मामले BA.2 के हैं और चूंकि BA.2 ओमाइक्रोन की तुलना में लगभग 30% तेजी से फैलता है, इसलिए उम्मीद है कि यहां भी यूरोप जैसे हालात होंगे. चीन के शेनझेन में हेल्थ अफसर ने चेतावनी दी है कि BA.2 स्ट्रेन अत्याधिक संक्रामक है और जल्दी से फैलता है.

यह भी पढ़ें- अपने बच्चे को पिलाती हैं इस तरह की बोतल में दूध, तो हो सकता है खतरा

संक्रमण के पीछे का क्या है  कारण

चीन में इस समय डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट का प्रसार हो रहा है. जानकारों का मानना है कि जीरो कोविड पॉलिसी और लॉकडाउन से काम नहीं चलेगा. क्योंकि किसी एक समय पर यह वायरस आपको अपनी गिरफ्त में ले सकता है.और काफी लोग संक्रमित हो सकते हैं. हालांकि हेल्थ एक्सपर्ट्स ने सावधान किया है कि, नया वेरिएंट, यदि विषाणु-जनित है- जो इसे अधिक संक्रामक और कम घातक बनाता है, तो चिंता बढ़ सकती है.

जानकरों और कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि  मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने और हाथ की स्वच्छता की आदत लोगों को इस संक्रमण से ही नहीं बल्कि कई सारी बीमारियों से भी बचाएगी. 

यह भी पढ़ें- सर्द-गर्म के इस मौसम में सर्दी, ख़ासी से हैं परेशान, तो डाइट में शामिल करें ये चीज़ें