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स्ट्रेस में ज्यादा खाने की नहीं बदली आदत, ये बीमारियां बॉडी में दे देंगी दस्तक

स्ट्रेस ईटिंग (stress eating) यानी कि स्ट्रेस के दौरान खाना खाना होता है. बता दें, कि ये हैबिट आपकी किसी सीरियस प्रॉब्लम से दोस्ती करवा सकती है. इसलिए ये बहुत ज़रूरी होता है कि स्ट्रेस के दौरान ये ज्यादा खाने की आदत को छोड़ा जाए.

Updated on: 27 Oct 2021, 03:00 PM

नई दिल्ली:

स्ट्रेस ईटिंग यानी कि स्ट्रेस के दौरान खाना खाना. इसे ईमोशनल ईटिंग का नाम भी दिया जा सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब भी कोई स्ट्रेस में होता है. तो वो भूख से ज्यादा खाने लगता है. खाने की भूख हो या ना हो. लेकिन, आप खाते जरूर है. इससे पहले की इसको कोई कॉमन-सी प्रॉब्लम समझा जाए. बता दें, कि ये हैबिट आपकी किसी सीरियस प्रॉब्लम से दोस्ती करवा सकती है. इतना ही नहीं, इसकी वजह से लाइलाज मोटापे जैसी प्रॉब्लम भी हो सकती है. इसके साथ ही ये हैबिट आपका डेली रूटीन भी खराब कर सकती है. इसलिए ये बहुत ज़रूरी होता है कि स्ट्रेस के दौरान ये ज्यादा खाने की आदत को छोड़ा जाए. लेकिन, ये सोचकर आप रूटीन में कम खाना मत शुरू कर 
दीजिएगा. टेंशन तो बिल्कुल भी मत लेना क्योंकि इस प्रॉब्लम से निपटने का सॉल्यूशन है हमारे पास और ना सिर्प सॉल्यूशन बल्कि इसके पीछे के कारण भी बता देते है. 
 
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पहले आपको बता देते है कि स्ट्रेस ईटिंग के पीछे के रीजन्स क्या है. इसके पीछे सबसे बड़ा रीजन किसी बात से दिखी होना या किसी बात से परेशान होना है. अक्सर कुछ लोगों की स्ट्रेस के चलते कुछ न कुछ खाते रहने की आदत होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि उस टाइम पर उन्हें खाना ही आराम देता है. ध्यान देने वाली बात ये है कि, स्ट्रेस में लोग अक्सर बाहर का जंक फूड खाना शुरू कर देते है. जो कि गलत है. इसके सिंप्टम्स वक्त पर पहचानना बहुत जरूरी होता है. तो आइए ये भी बता देते है कि आप इसके सिंप्टम्स पहचानेंगे कैसे. 

इसके मेन सिंप्टम्स बिना भूख लगे खाने की आदत होता है. तो वहीं दूसरा टेंशन में किसी खास खाने की इच्छा होना होता है. इसका एक लास्ट सिंप्टम हमेशा मन में खाना खाने की इच्छा होना भी होता है. 

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ये तो हो गए स्ट्रेस ईटिंग के कारण और सिंप्टम. अब, जरा जान लेते है कि इस पर कंट्रोल कैसे किया जा सकता है. तो, इसके लिए सबसे पहले स्ट्रेस के रीजन्स जान लें. तभी तो स्ट्रेस ईटिंग पर रोक लगेगी. तो भई भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस हर किसी को ट्रिगर करने के साथ-साथ खाने के लिए भी फोर्स करता है. हर किसी की लाइफ में ऐसी कई स्टेज आती है या चल रही होती है. जब उन्हें स्ट्रेस का शिकार होना पड़ता है. इससे निजात तो हर कोई पाना चाहता है लेकिन ये काम आसान नहीं है. अगर आप इन सिंप्म्स को पहचान लेते हैं तो कंट्रोल करने से पहले ही आप स्ट्रेस से निपटने के लिए सही स्टेप्स उठा सकते है. 

ये ही है स्ट्रेस की खास वजह. लेकिन, इसे रोका कैसे जाए. अब, सवाल यही आता है. तो, बता दें इसके लिए आप दूसरों की मदद ले सकते है. वो ऐसे कि अगर आपके अपने तरीके स्ट्रेस ईटिंग को रोकने में सक्सेसफुल नहीं हो पा रहे हैं तो इसके लिए आप तुरंत फ्रेंड्स या फैमिली की हेल्प ले सकते हैं. इस तरह आप स्ट्रेस ईटिंग से खुद को दूर रख पाएंगे. 

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वहीं इसका एक तरीका टाइम पर और रोजाना खाना खाना भी है. आमतौर पर जो काम में लगे रहते है. उन्हें भी खाना खाने की भूख लगी रहती है. लेकिन, अगर आपको स्ट्रेस फील होता है तो आपको बार-बार खाना खाने से बचना चाहिए. खुद को एक सही टाइम पर खाने की हैबिट से जोड़ना चाहिए. इससे आप स्ट्रेस ईटिंग से बच सकते हैं.