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भारत में मॉडर्ना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मिली मंजूरी

देश में कोरोना से लड़ने के लिए चौथे वैक्सीन की मंजूरी मिल गयी है. सूत्रों के अनुसार ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने मॉडर्ना के कोविड-19 रोधी टीके के आपात उपयोग को मंजूरी दे दी है.

Updated on: 29 Jun 2021, 04:46 PM

highlights

  • टीकाकरण के अभियान में आएगी तेजी 
  • देश में चौथी वैक्सीन की मिली अनुमति
  • भारत में सिप्ला करेगी Vaccine का आयात

दिल्ली :

देश में कोरोना से लड़ने के लिए चौथे वैक्सीन की मंजूरी मिल गयी है. सूत्रों के अनुसार ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने मॉडर्ना के कोविड-19 रोधी टीके के आपात उपयोग को मंजूरी दे दी है. हालांकि सरकार ने इसकी घोषणा नहीं की है, लेकिन जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी. सूत्रों की मानें तो मॉडर्ना को भारत में वैक्सीन आयात करने के लिए मंजूरी मिल गई है. बता दें कि भारत में कोरोना से लड़ने के लिए यह चौथा वैक्सीन होगा. इससे पहले देश में अभी ऑक्सफोर्ड और सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन इस्तेमाल की जा रही हैं. इसके अलावा देश में तीसरी वैक्सीन रूस की स्पुतनिक V का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. उम्मीद है कि मॉडर्ना को मंजूरी मिल जाने के बाद देश में टीकाकरण के अभियान में और तेजी आएगी.

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दवा कंपनी मॉडर्ना ने कहा है कि अमेरिका ने यहां उपयोग के लिए कोविड-19 के अपने टीके की एक विशेष संख्या में खुराक ‘कोवैक्स’ के जरिए भारत सरकार को दान में देने की सहमति दी है. साथ ही बताया कि इसके लिए केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मांगी है. वहीं, भारतीय बहुराष्ट्रीय औषधि कंपनी सिपला ने अमेरिकी फार्मा कंपनी की ओर से इन टीकों के आयात और विपणन की अनुमति मांगी थी.

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देश में अब कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ़्तार धीमा हो चुका है. देश में एक दिन में मरने वालों की संख्या एक हजार से नीचे आ चुकी है तो नए मामलों में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है.  वैसे बता दें कि अभी खतरा टला नहीं है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि कोविड की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है. दिल्ली में निश्चित रूप से मामले तेजी से कम हुए हैं, लेकिन 1.5 साल का हमारा अनुभव हमें बताता है कि हमें किसी भी परिस्थिति में ढील नहीं देनी चाहिए. लोगों और समाज को भी ढील नहीं देनी चाहिए और हमें सतर्क रहना होगा.

बता दें कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर का आहट सुनाई पड़ी रही है. वहीं डेल्टा प्लस वैरिएंट खतरनाक रूप लेता जा रहा है. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादे डेल्टा प्लस वैरिएंट के मरीज मिले हैं.