Chyawanprash Benefits: यदि आप सर्दियों में केसर और च्यवनप्राश का सेवन कर रहे हैं, तो सुनिश्चित रूप से इसे उम्दा गुणवत्ता वाले और प्रमाणित ब्रांड से प्राप्त करें और अगर आपकी स्वास्थ्य स्थिति में कोई समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लें. सबसे पहले आपको सर्दियों में इसे खाने के फायदे बताते हैं फिर जानेंगे कि इसे खान से पहले इसकी गुणवत्ता की पहचान कैसे करें. केसर में मौजूद रंगनिर्द्धारण गुण रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं और हृदय स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं. केसर, विटामिन्स और मिनरल्स का एक श्रेष्ठ स्रोत है, जिससे शारीरिक तंतु स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है. केसर का सेवन उत्तेजन स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है और यौन समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है. केसर का सेवन निद्रा की समस्याओं को कम कर सकता है और शारीरिक-मानसिक सुधार कर सकता है.
च्यवनप्राश भी सेहत के लिए फायदेमंद
केसर में शीतलक्रिया को बढ़ावा देने वाले तत्व होते हैं, जो शरीर को ठंडक प्रदान कर सकते हैं और गर्मी के मौसम में लाभकारी हो सकते हैं. च्यवनप्राश भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है. च्यवनप्राश में मौजूद अमला, शतावरी, और अन्य जड़ी-बूटियों का संयोजन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रख सकता है और रोग प्रतिरोध को बढ़ा सकता है. च्यवनप्राश में शतावरी, आमला, और गुड़ जैसे तत्व होते हैं जो ऊर्जा को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और थकान को कम कर सकते हैं. च्यवनप्राश में ब्राह्मी और अश्वगंधा जैसे तत्व होते हैं जो मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं. च्यवनप्राश में विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को यौवनी बनाए रख सकते हैं और उम्र के प्रति प्रतिरोध को बढ़ा सकते हैं. च्यवनप्राश में धनिया, पिप्पली, और गुड़ का संयोजन होता है, जो डाइजेशन को सुधारने में मदद कर सकता है और पाचन प्रक्रिया को स्वास्थ्यपूर्ण बना सकता है.
असली और नकली केसर और च्यवनप्राश में फर्क पहचानने के लिए इन तरीके का उपयोग करें
असली केसर की पहचान:
रंग (Color): असली केसर का रंग गहरा लाल-केसरी होता है, जबकि नकली केसर का रंग उज्ज्वल हो सकता है और धूप में आने पर रंग नहीं बदलता.
पानी में घोलना (Dissolving in Water): असली केसर को पानी में डालने पर यह धीरे से घुलता है और पानी को गहरा लाल-केसरी बनाता है. नकली केसर त्वरित रूप से पानी में घुल जाता है और उसका रंग गहरा नहीं होता.
असली च्यवनप्राश की पहचान:
स्वाद (Taste): असली च्यवनप्राश में मधुर, अम्ल, और तीखा स्वाद होता है. नकली च्यवनप्राश में यह स्वाद अधिकता से कम हो सकता है.
सारंगी रंग (Dark Brown Color): असली च्यवनप्राश का रंग सारंगी होता है, जबकि नकली च्यवनप्राश का रंग अधिकता से कम हो सकता है और पीला होता है.
विषयक सामग्री (Ingredients): असली च्यवनप्राश में आमला, अश्वगंधा, ब्राह्मी, तुलसी, शतावरी, गुड़, घी, और शहद जैसी प्राकृतिक सामग्री होती हैं. नकली च्यवनप्राश में इसके बजाय अधिकतम रूप से चीनी, रंग, और और अधिकांश महक हो सकता है.
लाइसेंस (License): असली च्यवनप्राश कम्पनीज लाइसेंस धारी होती हैं और उनकी गुणवत्ता पर सरकारी मंजूरी होती है. नकली च्यवनप्राश यह नहीं हो सकता है.
इन तरीकों का अनुसरण करके आप असली और नकली केसर और च्यवनप्राश में फर्क को पहचान सकते हैं. यदि आपको संदेह हो, तो एक प्रमाणित और विश्वसनीय ब्रांड का चयन करें
Source : News Nation Bureau