भारत में ऐसे लगाया जा सकता है हैजा फैलने का पूर्वानुमान, अध्ययन में दावा
हैजा, पानी से फैलने वाला रोग है जो दूषित जल पीने या खाना खाने से फैलता है. इसके लिए ‘विब्रियो कालरी' नामक बैक्टीरिया जिम्मेदार है.
नई दिल्ली:
पृथ्वी का चक्कर लगा रहे उपग्रहों से प्राप्त जलवायु के आंकड़ों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीक के प्रयोग से भारत के तटीय क्षेत्रों में हैजा महामारी फैलने का 89 पूर्वानुमान लगाया जा सकता है. एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई. ‘इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इनवायर्नमेंटल रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ' नामक शोध पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में पहली बार यह बताया गया है कि समुद्र की सतह पर मौजूद नमक की मात्रा से हैजा फैलने का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: ब्रिटेन से उड़ान सेवा पर प्रतिबंध के बाद 2 फ्लाइटें पहुंची दिल्ली, सभी यात्रियों का होगा कोरोना टेस्ट
ब्रिटेन स्थित ‘यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी जलवायु कार्यालय' और ‘प्लाइमाउथ समुद्री प्रयोगशाला' के अनुसंधानकर्ताओं ने उत्तरी हिंद महासागर के आसपास हैजा के फैलने पर अध्ययन किया और पाया कि 2010-16 के दौरान वैश्विक स्तर पर हैजा के जितने मामले सामने आए उनके आधे से अधिक मामले इस क्षेत्र में सामने आए.
अनुसंधानकर्ता एमी कैंपबेल ने कहा, 'इस मॉडल से संतोषजनक नतीजे मिले हैं और हैजा से संबंधित विभिन्न आंकड़ों के उपयोग से इसमें बहुत सारी संभावनाएं हैं.' हैजा, पानी से फैलने वाला रोग है जो दूषित जल पीने या खाना खाने से फैलता है. इसके लिए ‘विब्रियो कालरी' नामक बैक्टीरिया जिम्मेदार है जो दुनिया के कई तटीय इलाकों विशेषकर घनी आबादी वाले उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है. यह बैक्टीरिया गर्म और हल्के नमकीन पानी में जीवित रह सकता है.
यह भी पढ़ें: ब्रिटेन ही नहीं, इन देशों में भी फैल चुका है कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि वैश्विक ऊष्मा और मौसम में आ रहे बदलाव के कारण हैजा को फैलने में मदद मिल रही है. वैश्विक स्तर पर प्रतिवर्ष 13 लाख से 40 लाख लोग इस महामारी की चपेट में आते हैं जिनमें से 1,43,000 लोगों की मौत हो जाती है. उन्होंने कहा कि एक समयसीमा के भीतर हैजा के नए मामलों और उस पर पड़ने वाले पर्यावरण के प्रभाव के बीच जटिल संबंध हैं. अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि ‘मशीन लर्निंग एल्गोरिदम' के जरिए महामारी के फैलने का पूर्वानुमान लगाने में सहायता मिल सकती है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय