logo-image

Cancer Cases: ICMR ने पेश किए चौंकाने वाले आंकड़े, पुरुषों में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के मामले

देश में आने वाले सालों में कैंसर के मामले बढ़ने का अंदेशा है. इस तरह का दावा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने किया है. आईसीएमआर के अनुसार 2025 तक इन मामले में 12.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है.

Updated on: 02 Mar 2023, 04:49 PM

highlights

  • 2022 के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह 14.61 लाख तक पहुंच गए
  • सांस की बीमारियों के मामलों से ज्यादा कैंसर के मामले सामने आए हैं
  • कैंसर के बढ़ते मामले को लेकर कई परिस्थितियां जिम्मेदार हैं

नई दिल्ली:

देश में आने वाले सालों में कैंसर के मामले बढ़ने का अंदेशा है. इस तरह का दावा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने किया है. आईसीएमआर के अनुसार 2025 तक इन मामले में 12.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है. देश में कैंसर के आंकड़ों की बात करें तो यहां पर मरीजों की संख्या में काफी तेजी से इजाफा हुआ है. यह हालात भयावह स्थिति में हैं. रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कैंसर के अनुमानित मामले 2020 में 13.92 लाख (लगभग 14 लाख) थे. यह 2021 में बढ़कर 14.26 लाख तक पहुंच गए. वहीं 2022 के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह 14.61 लाख तक पहुंच गए. 

क्यों बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले 

विशेषज्ञों का कहना है कि देश में हृदय रोग और सांस की बीमारियों के मामलों से ज्यादा कैंसर के मामले सामने आए हैं. कैंसर के बढ़ते मामले को लेकर कई परिस्थितियां जिम्मेदार हैं. इसमें बढ़ती उम्र, जीवनशैली, कसरत की कमी, पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक आहार न लेना​ जिम्मेदार है. कई बार लोगों को कैंसर के लक्षणों के बारे खास जानकारी नहीं होती है. इसमें बीमारी सही समय पर पकड़ में नहीं आ पाती है. इससे इलाज में देरी भी हो जाती है. जल्द इलाज न मिलने की वजह से कैंसर बढ़ जाता है. ऐसे में लोगों के बीच कैंसर के बारे में जागरुकता बहुत जरूरी है. 

ये भी पढ़ें: Bageshwar Dham: बाबा धीरेंद्र शास्त्री का भाई गिरफ्तार, समारोह में लहराया था तमंचा

सबसे अधिक मुंह और फेफड़ों का कैंसर होता है

भारत में पुरुषों में सबसे ज्यादा कैंसर के मामले मिलते हैं. आंकड़ों की तह तक जाए तो पता चलता है कि भारत में पुरुषों में सबसे अधिक मुंह और फेफड़ों का कैंसर होता है. वहीं महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट और गर्भाशय के कैंसर के मामले सामने आते हैं. बेंगलुरु में मौजूद आईसीएमआर नेशनल सेंटर फॉर डिसीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (एनसीडीआईआर) का कहना है कि 2015 से 2022 तक हर तरह के कैंसर के आंकड़ों में इजाफा हुआ है. इन आंकड़ों में करीब 24.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. 14 साल की उम्र के बच्चों में लिम्फॉइड ल्युकेमिया यानी खून से संबं​धी कैंसर का खतरा अधिक होता है. कैंसर से बचने के लिए इस बारे में जागरुकता होनी जरूरी है. 

कई कैंसर खतरनाक रूप से बढ रहे

गाजियाबाद एमएमजी जिला अस्पताल के डॉक्टर आलोक रंजन का कहना है कि महिलाओं में कई कैंसर खतरनाक रूप से बढ रहे हैं. पुरुषों में सबसे आम कैंसर मुंह, फेफेड़े और गले के हैं.  महिलाओं में स्तन और सर्वाइकल कैंसर के मामले सबसे अधिक हैं. इन कैंसरों का समय रहते अगर इलाज नहीं किया गया तो मरीज की जान बचाना कठिन हो सकता है. उनका कहना हे कि इससे बचने के लिए तंबाकू और शराब के सेवन से बचना जरूरी है. रोजाना संतुलित आहार का सेवन करना जरूरी है. इसके साथ हेपेटाइटिस बी, ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के टीके लगाएं. अगर आपकी कोई फैमली हिस्ट्री रही है तो परिवार के सदस्यों को समय-समय पर जांच करानी चाहिए.