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स्लीप एपनिया ने ली Bappi Lahiri की जान, जानें इस बीमारी के कारण और लक्षण

आज पूरी दुनिया बप्पी लहरी (bappi lahiri death) के निधन से दुखी है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि पिछले एक साल से बप्पी लहरी ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (obstructive sleep apnea) और चेस्ट इंफेक्शन की प्रॉब्लम से जूझ रहे थे.

Updated on: 16 Feb 2022, 03:31 PM

नई दिल्ली:

आज पूरी दुनिया बप्पी लहरी (bappi lahiri death) के निधन से दुखी है. बप्पी लहरी बॉलीवुड के महान सिंगर और कम्पोजर थे. उनके निधन से हर कोई स्तब्ध रह गया है. वे पिछले काफी टाइम से चल रहे थे. आज मुंबई के क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस लीं. रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले एक साल से उन्हें ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (obstructive sleep apnea) और चेस्ट इंफेक्शन की प्रॉब्लम थी. जो कि उनकी मौत की वजह बनी. तो, चलिए आज आपको बताते हैं कि आखिर ये स्लीप एपनिया की प्रॉब्लम क्या है और इसके लक्षण क्या है.  

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स्लीप एपनिया क्या है 
स्लीप एपनिया का मतलब सोते समय सांस लेने में रुकावट आना होता है. ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान की सांस नींद में ही रुक जाती है और उन्हें पता भी नहीं चलता. नींद में सांस रुकने की ये तकलीफ कुछ सेकेंड्स से लेकर 1 मिनट तक हो सकती है. स्लीप एपनिया से जूझ रहे लोग ज्यादातर जोर से खर्राटे लेते है लेकिन हर कोई खर्राटे लेना वाला इंसान स्लीप एपिनिया (obstructive sleep apnea) बीमारी से नहीं जूझ रहा होता है. इस बीमारी में सांस लेने वाली नली के ऊपरी हिस्से में रुकावट होने की वजह से हवा का फ्लो सही से नहीं होता है. यदि पेशेंट के सांस लेने में रुकावट देर तक रहती है तो खून में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है. 

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स्लीप एपनिया के लक्षण (obstructive sleep apnea symptoms) 

  • ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया से जूझ रहे लोगों को नींद के दौरान खर्राटे लेने की प्रॉब्लम आती है. हालांकि हर खर्राटे की प्रॉब्लम इससे जुड़ी नहीं है, लेकिन इस बीमारी में लोगों में खर्राटे की प्रॉब्लम देखी गई है. 
  • गले में खराश और अक्‍सर मुंह सूखने जैसी प्रॉब्लम भी ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया से परेशान लोगों में देखी गई है. 
  • इसके अलावा सुबह के टाइम सिर में दर्द, हाई ब्‍लड प्रेशर, स्ट्रेस, मूड स्विंग, जरूरत से ज्यादा थकान, चिड़चिड़ापन जैसे सिम्पटम्स भी ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया से जूझ रहे लोगों में देखे गए हैं. 
  • सोते समय सांस का रुकना और बेचैनी महसूस करना भी इसके मेन सिम्पटम्स में से ही है. इससे जूझ रहे लोगों को अचानक नींद में घुटन, हांफने जैसी प्रॉब्लम हो सकती है, जिससे अचानक उनकी नींद खुल सकती है.  

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स्लीप एपनिया के कारण (obstructive sleep apnea causes) 

  • ज्यादा उम्र - 60 की उम्र के बाद स्लीप एपनिया के चांसिज बढ़ जाते है. 
  • मोटापा - इस बीमारी का शिकार ज्यादातर वो लोग होते हैं जिनका वजन ज्यादा होता है. ब्रीथिंग ट्यूब के ऊपरी हिस्से में फैट जमा होने से सांस लेने में मुश्किल हो सकती है. मोटापे से जुड़ी प्रॉब्लम्स जैसे हाइपोथायरॉइड और पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की वजह से भी ये बीमारी हो सकती है.
  • अस्थमा - कई रिसर्च के मुताबिक, अस्थमा की बीमारी और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के बीच भी रिलेशन पाया गया है.