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कोरोना वायरस के खिलाफ ढाल बनकर उभरा आयुष विभाग, जानिए कैसे दे रहा है फायदा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के इलाज में औषधियों की उपयोगिता को देखते हुए आयुष विभाग के अधिकारियों को पूरी तत्परता से सक्रिय रहने और लोगों को आयुष काढ़ा सहित अन्य उपयोगी औषधियां मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.

Updated on: 29 Apr 2021, 04:01 PM

highlights

  • कुल 43,474 आयुर्वेद कोविड-19 किट का वितरण प्रदेश के 91,692 लोगों को किया गया
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा की औषधियां रामबाण बनी

लखनऊ :

Coronavirus (Covid-19): कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में आयुष विभाग उम्मीद की किरण बनकर उभरा है. इम्युनिटी बढ़ाने में कारगर आयुर्वेदिक (Ayurveda), होम्योपैथिक (Homeopathy) और यूनानी औषधियों को प्रदेश के विभिन्न जिलों में बड़ी संख्या में लोगों को दिया जा रहा है। संक्रमण से लड़ने में यह औषधियां सुरक्षा कवच साबित हो रही है. विभाग के चिकित्सक लोगों को आसन और योग की उपयोगिता बताने के साथ-साथ घर के बगीचे में उगने वाली औषधियों के गुणकारी लाभ से भी परिचित करा रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के इलाज में औषधियों की उपयोगिता को देखते हुए आयुष विभाग के अधिकारियों को पूरी तत्परता से सक्रिय रहने और लोगों को आयुष काढ़ा सहित अन्य उपयोगी औषधियां मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने निर्देशित किया है कि कोरोना की पिछली लहर में आयुष विभाग की ओर से जिस तरह की सराहनीय भूमिका निभाई गई थी. ठीक उसी तरह से कोरोना के वर्तमान संकट से प्रदेश की जनता को निकालने में पूरा योगदान दें.

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लगभग 20,000 परिवारों को आयुष काढ़ा के 50 ग्राम के 20,880 पैकैटों का वितरण किया गया
अपर मुख्य सचिव प्रशान्त त्रिवेदी ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में आम जनता को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए आयुष विभाग तेजी से काम कर रहा है. आयुर्वेद विभाग के चिकित्साधिकारियों और कर्मचारियों ने कुल 43,474 आयुर्वेद कोविड-19 किट का वितरण प्रदेश के 91,692 लोगों को किया है. इसमें संशमनी वटी, आयुष-64, अगस्त्य हरीतकी और अणु तैल है. इसके अलावा आयुर्वेद विधा से लगभग 20,000 परिवारों को आयुष काढ़ा के 50 ग्राम के 20,880 पैकैटों का वितरण किया गया है. साथ ही होम्योपैथिक चिकित्साधिकारियों द्वारा 6,28,300 आर्सेनिक एलबम की शीशियां जिलों में कोविड की रोकथाम और बचाव के लिए दी जा रही हैं. यूनानी चिकित्सकों ने बहीदाना, सपिस्ता, उन्नाब और अर्क अजीब नामक यूनानी औषधियों को करीब 3198 लोगों को दिया है.

जनता की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा की औषधियां रामबाण बनी हैं. कोरोना के उपचार में भी आयुर्वेद काफी कारगर साबित हो रहा है. इसको देखते हुए योगी ने आयुष अधिकारियों से कहा है कि वे घरेलू बगीचे में पाए जाने वाली गुणकारी औषधियों की जानकारी भी लोगों तक पहुंचाएं. घर की रसोई में पाए जाने वाली औषधियों के गुण और मसालों के रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुणों की भी जानकारी लोगों को अवश्य दें.