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कोरोना काल में इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए पिएं ये आयुर्वेदिक काढ़ा

कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को गले में खराश, जुकाम आदि का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में हम आपके लिए लाए हैं एक ऐसे आयुर्वेदिक काढ़े (Ayurvedic Kadha) के विधि, जिससे आपका गला और जुकाम दोनों ठीक हो जाएगा

Updated on: 26 Apr 2021, 12:39 PM

highlights

  • कोरोना काल में सेहत का खास ख्याल रखना पड़ता है
  • आयुर्वेदिक काढ़ा इम्यूनिटी को बढ़ाता है
  • इस काढ़े से गले में खराश, जुकाम भी दूर होगा

नई दिल्ली:

Kadha Recipe: देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामलों के बीच जरूरी है कि लोग अपना खास ख्याल रखें. बदलते मौसम में सेहतमंद रहना किसी चुनौती से कम नहीं होता है और खासकर कोरोना काल में सेहत का खास ख्याल रखना पड़ता है. इस दौरान सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि आप अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग रखें. शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन-सी युक्त फलों और सब्जियों को खाना चाहिए. इसके साथ ही हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा बताए गए टिप्स को भी नियमित फॉलो करना चाहिए. कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को गले में खराश, जुकाम आदि का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में हम आपके लिए लाए हैं एक ऐसे आयुर्वेदिक काढ़े (Ayurvedic Kadha) के विधि, जिससे आपका गला और जुकाम दोनों ठीक हो जाएगा और इम्यूनिटी भी बूस्ट होगी.

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2 कप काढ़ा बनाने की सामग्री

लौंग- 3
पानी- 2 कप
अदरक का रस- 1 चम्मच
काली मिर्च- 5 से 6 दाने
तुलसी के पत्ते- 3 से 4
दालचीनी पाउडर- चुटकीभर
स्वादानुसार गुड़ या शहद मीठा करने के लिए 

आयुर्वेदिक काढ़ा बनाने की विधि

काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले गैस को जला कर एक पैन रखें. अब इसमें पानी डालें और जब पानी उबलने लगे तो इसमें अदरक का रस, तुलसी के पत्ते, डालकर उबालें. 2 से 3 मिनट के बाद इसमें काली मिर्च और लौंग डालें. इसके बाद अगर आप गुड़ मिला रहे हैं तो इस वक्त ही मिला लें और अगर शहद का इस्तेमाल कर रहे हैं तो गैस बंद करने के बाद मिलाएं. आयुर्वेदिक काढ़े तो धीमी आंच पर 2 मिनट के लिए उबालें. फिर गैस बंद कर दें. इसमें दालचीनी पाउडर डालकर मिक्स करें और गुनगुना ही सेवन करें.

फायदा

इस काढ़े से शरीर से टॉक्सिन  बाहर निकल जाते हैं. साथ ही साथ रक्त का शुद्धिकरण भी हो जाता है. इस काढ़े के सेवन से लिवर संबंधी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है. इसमें डाली गई तुलसी, अदरक और लौंग में एंटी माइक्रोबियल, एंटी बायोटिक और एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं