logo-image

कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त होने के बाद लोगों में तेजी से गिरता है एंटीबॉडी का स्तर: अध्ययन

कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में पूरी दुनिया है. वैश्विक स्तर पर फैले इस वायरस से हर कोई चिंतित है तो संक्रमण के इलाज और उसके प्रसार पर वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं.

Updated on: 09 Dec 2020, 07:30 AM

लॉसएंजिलिस:

कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में पूरी दुनिया है. वैश्विक स्तर पर फैले इस वायरस से हर कोई चिंतित है तो संक्रमण के इलाज और उसके प्रसार पर वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं. इसी बीच पता चला है कि नोवेल कोरोना वायरस के खिलाफ बने एंटीबॉडी रोगी के स्वस्थ होने के बाद तेजी से समाप्त हो सकते हैं. एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है. इस अध्ययन में 250 से अधिक कोरोना वायरस संक्रमितों पर उनके संक्रमणमुक्त होने के बाद पांच महीने तक अध्ययन किया गया.

यह भी पढ़ें: सार्वजनिक उपयोग के लिए फरवरी से उपलब्ध हो सकती है 'कोवैक्सीन' 

'साइंस इम्युनोलॉजी' पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में अस्पतालों में भर्ती 79 कोविड-19 रोगियों से और अन्य 175 संक्रमितों से लिये गये रक्त प्लाज्मा के 983 नमूनों का विश्लेषण किया गया. अमेरिका में स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की कैथरीना रोल्टगन समेत वैज्ञानिकों के अनुसार आईजीजी एंटीबॉडी लंबे समय तक रहने चाहिए थे लेकिन गंभीर रोगियों में भी इनमें धीमी गिरावट देखी गई.

यह भी पढ़ें: Pfizer ने इमरजेंसी स्थिति में मांगी कोविड-19 टीके के इस्तेमाल की मंजूरी

अनुसंधानकर्ताओं ने परिणाम के आधार पर कहा कि कोरोना वायरस को समाप्त करने वाले विभिन्न प्रकार के एंटीबॉडी का स्तर लक्षण शुरू होने के लगभग पहले महीने के बाद गिरना शुरू हो गया. उन्होंने कहा कि ये नतीजे सीरो अध्ययनों की प्रामाणिकता पर महत्वपूर्ण सवाल खड़े करते हैं.