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कोरोना के कहर के बीच मध्‍य प्रदेश में इस बीमारी ने दी दस्‍तक, पन्ना में 4 मरीज मिले

कोरोना के कहर के बीच मध्य प्रदेश के पन्‍ना जिले में एक और गंभीर बीमारी ने दस्‍तक दे दी है, जिससे चार लोग बीमार भी हो गए हैं. स्क्रब टाइफस नाम की यह बीमारी चूहा, छछूंदर और गिलहरी से फैलती है.

Updated on: 12 Nov 2020, 05:28 PM

भोपाल:

कोरोना के कहर के बीच मध्य प्रदेश के पन्‍ना जिले में एक और गंभीर बीमारी ने दस्‍तक दे दी है, जिससे चार लोग बीमार भी हो गए हैं. स्क्रब टाइफस नाम की यह बीमारी चूहा, छछूंदर और गिलहरी से फैलती है. हालात का जायजा लेने के लिए भोपाल से तीन सदस्यीय टीम पन्ना भेजी गई है. वैसे तो यह बीमारी 200 साल पुरानी है लेकिन बीच में यह खत्‍म सी हो गई थी. अब पन्ना में चार मरीजों में इस बीमारी की पुष्‍टि होने और दो की मौत होने से स्‍वास्‍थ्‍य विभाग चौकन्‍ना हो गया है. 

पन्ना के सीएमओ डॉ. एलके तिवारी ने बताया कि दमोह, सतना जबलपुर में भी स्क्रब टाइफस के मरीज मिले हैं. सामान्य तौर पर चूहों के शरीर पर पाए जाने वाले जीवाणु (ओरियंटा सुसु कैमोसी) के चलते यह बीमारी होती है. इस बीमारी में बुखार के अलावा शरीर में छोटे-छोटे दाने और चकत्ते हो जाते हैं. 

उन्होंने बताया कि यह संक्रमण अधिक न फैले इसके लिए संक्रमित क्षेत्र में कई लोगों के सैंपल लिए गये हैं, जिनकी जांच की जा रही है. भोपाल से एक टीम भी आई है. वहीं यह बीमारी और न फैले, इसके प्रबंध किए जा रहे हैं. इसका इलाज संभव है मगर लापरवाही बरतने पर यह बीमारी गंभीर रुप ले लेती है. चिंता की जरुरत नहीं है क्यांेकि इस बीमारी का इलाज है, लोगों को सतर्क किया जा रहा है, साफ-सफाई पर ध्यान देने के साथ चूहों से बचाव करें.

भोपाल से आईं टीम की सदस्य डॉ. गुंजन सिंह ने बताया कि यह बीमारी 200 साल पहले हुआ करती थी, अब कुछ समय से इसके मामले सामने आ रहे हैं. पन्ना में चार मामले मिले उनमें से दो लोगों की मौत हुई है. इस बीमारी से घबराने की जरूतर नहीं हैं क्योंकि इलाज है, समय पर यदि बीमारी का पता चल जाए, तो इसे ठीक किया जा सकता है.

कैसे होती है यह बीमारी

यह बीमारी चूहा, छछून्दर गिलहरी आदि से फैलती है, इसलिए इनके द्वारा कुतरे गए फल अथवा खाए गए खाद्य पदार्थ का सेवन न करें. फल आदि धोकर खाएं और खाद्य पदार्थों को खुले में न छोड़ें. 


बीमारी के लक्षण

  • बुखार के अलावा सिर दर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • सांस फूलना
  • खांसी
  • जी मितलाना
  • उल्टी
  • शरीर पर सूखे चकते भी हो सकते हैं. 

ऐसे करें बचाव

डॉक्‍टरों का कहना है कि इस बीमारी से बचने के लिए खेतों में काम करते समय हाथ-पैर को ढक कर रखें. साफ सफाई का ख्‍याल रखें. बुखार आने पर जांच जरूर कराएं. सर्तकता ही सबसे बड़ा उपचार है. समय रहते बीमारी पकड़ में आ जाए तो इससे बचा जा सकता है.