AIIMS में जल्द शुरू होगा नेज़ल वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल, जानें कितनी कारगर
ट्रायल के दौरान वॉलंटियर्स को नेज़ल वैक्सीन की दो डोज़ 4 हफ्तों के अंतर पर दी जाएगी. जानवरों पर हुए अध्ययन में टीका एंटीबॉडी का उच्च स्तर बनाने में सफल रहा.
नई दिल्ली:
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच भारत को एक और वैक्सीन के मोर्चे पर जल्द कामयाबी मिल सकती है. भारत बायोटेक की नेज़ल वैक्सीन (Nasal Spray Vaccine) के दूसरे और तीसरे फेज़ का क्लीनिकल ट्रायल जल्द ही एम्स में शुरू होने जा रहा है. इस ट्रायल को नियामक की ओर से अगस्त में ही मंजूरी मिल गई थी. इस वैक्सीन को नाक के जरिए दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि यह वैक्सीन बच्चों पर भी प्रभावी होगी. इस वैक्सीन की दो डोज चार हफ्तों के अंतराल पर वॉलंटियर्स को दी जाएंगी.
कितनी होगी कारगर
जानकारी के मुताबिक अगले एक से दो हफ्तों के बीच इस वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो सकता है. इस वैक्सीन के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉक्टर संजय राय होंगे. देश में पहली बार कोरोना की नेज़ल वैक्सील का ट्रायल हो रहा है. वैज्ञानिकों के मुताबिक ये नेजल वैक्सीन नाक में म्यूकस मैंबरेन को प्रोटेक्ट कर देगी. ये ठीक उसी तरह होगा, जैसे पोलियो की ओरल ड्राप दी जाती है. इससे पूरे पेट या अमाश्य के ऊपर वायरस के खिलाफ सुरक्षा कवच बन जाता है.
सकारात्मक मिले पहले फेज के नतीजे
वैक्सीन के पहले फेज के नतीजे काफी सकारात्मक मिले हैं. जानवरों पर हुए अध्ययन में टीका एंटीबॉडी का उच्च स्तर बनाने में सफल रहा. क्लीनिकल ट्रायल में स्वस्थ वॉलिंटियर्स को दी गई टीके की खुराकों को मानव शरीर ने अच्छी तरह स्वीकार किया है. साथ ही किसी गंभीर प्रतिकूल प्रभाव की जानकारी नहीं है. जानकारी के मुताबिक यह टीका बीबीवी154 है, जिसकी प्रौद्योगिकी भारत बायोटेक को सेंट लुईस स्थित वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से मिली थी.
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