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दिल्‍ली के बाद अब कोलकाता में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का पहला मामला सामने आया

दिल्‍ली के बाद अब पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ब्रिटेन से आए कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन का पता चला है.

Updated on: 31 Dec 2020, 06:26 AM

नई दिल्ली:

दिल्‍ली के बाद अब पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ब्रिटेन से आए कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन का पता चला है. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी का बेटा लंदन से आने के बाद ‘म्यूटेंट स्ट्रेन’ VUI-202012/01 से संक्रमित पाया गया है. स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के एक अधिकारी ने बताया, सरकारी अस्पताल के ‘सुपर-स्पेशलिस्ट सेक्शन’ में मरीज का इलाज चल रहा है. उसके संपर्क में आए सभी लोगों को सोशल डिस्‍टेंसिंग रखने की सलाह दी गई है. 

युवक 10 दिन पहले कोलकता लौटा था और नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जांच के दौरान वह संक्रमित पाया गया था. उसके सम्पर्क में आए छह लोगों में संक्रमण की पुष्‍टि नहीं हुई. उसके ब्रिटेन से लौटने के बाद उसके नमूनों को आनुवंशिक विश्लेषण के लिए भेजा गया था, जिसमें कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. उसकी रिपोर्ट दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र को भेजी गई है. देश में वायरस के इस नए ‘स्ट्रेन’ के 20 मामले सामने आ चुके हैं. 

दूसरी ओर, ब्रिटेन से आए ऐसे करीब 200 लोगों को दिल्ली हवाईअड्डे स्थित एक होटल और छतरपुर स्थित संस्थागत क्वारंटीन सेंटर में रखा गया है. नए स्ट्रेन की चपेट में आए मरीजों को LNJP अस्पताल में रखा गया है. इन मरीजों को लेकर Covid-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है. होटल के बाहर दिल्ली पुलिस की भी तैनाती की गई है. मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि कोरोना के नए स्‍ट्रेन से 6 लोग संक्रमित हैं लेकिन अब 20 लोग इसकी चपेट में आ गए हैं. 

कोरोना वायरस का नया स्‍ट्रेन 70 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है. कुछ दिन पहले ही ब्रिटेन में इसकी मौजूदगी मिली थी. बाद में कोरोना वायरस का यह नया स्‍ट्रेन डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया. भारत ने ब्रिटेन से आने-जाने वाली फ्लाइट पर लगी रोक को 7 जनवरी, 2021 तक बढ़ा दिया है. ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन आने के बाद से ही भारत सरकार ने विमान सेवा पर रोक लगा दी थी.