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ब्रिटेन में कोविड-19 के बाद अब नोरोवायरस ने दी दस्तक

नोरोवायरस एक अत्यधिक संक्रामक वायरस है और संयुक्त राज्य में जितनी भी खाद्य जनित बीमारियां सामने आती हैं, उनमें से आधे से अधिक के लिए यही वायरस जिम्मेदार होता है. 

Updated on: 20 Jul 2021, 12:16 AM

नई दिल्ली:

वर्तमान समय में पूरी दुनिया कोरोना वायरस महामारी के कठिन दौर से गुजर रही है. ऐसे में एक और खतरनाक वायरस, नोरोवायरस, जिसे उल्टी बग (vomiting Bug) के रूप में भी जाना जाता है, ने कम आबादी वाले इलाकों में अपनी दस्तक दे दी है. पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने कहा है कि हाल ही में पूरे इंग्लैंड में नोरोवायरस के मामले बढ़ रहे हैं. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, नोरोवायरस एक अत्यधिक संक्रामक वायरस है और संयुक्त राज्य में जितनी भी खाद्य जनित बीमारियां सामने आती हैं, उनमें से आधे से अधिक के लिए यही वायरस जिम्मेदार होता है. 

नोरोवायरस के लक्षण क्या हैं?

नोरोवायरस से तीव्र आंत्रशोथ के लक्षण (घातक) आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 12 से 48 घंटे बाद विकसित होते हैं और लगभग एक से तीन दिनों तक रहते हैं. कुछ सबसे आम लक्षणों में दस्त, पेट दर्द, मिचली और उल्टी, बुखार, सिरदर्द और शरीर में दर्द शामिल हैं. मेयो क्लिनिक के अनुसार, बीमारी के किसी लक्षण का कोई संकेत ना दिखे, तो भी व्यक्ति का नोरोवायरस से संक्रमित होना संभव है.

नोरोवायरस कितना खतरनाक है?

नोरोवायरस से संक्रमित लोगों के मल और उल्टी में यह वायरस पाया जाता है. मल या उल्टी की छोटी मात्रा जो बिना धुले भोजन, दूषित पानी या दूषित सतह पर पाई जा सकती है, के संपर्क में गलती से आने पर लोग इसकी जद में आ जाते हैं. सीडीसी के अनुसार, नोरोवायरस से संक्रमित व्यक्ति इस वायरस के अरबों कणों को छोड़ सकते हैं और किसी अन्य को बीमार करने के लिए उन कणों की थोड़ी मात्रा ही काफी होती है

नोरोवायरस कैसे फैलता है?

नोरोवायरस से दूषित खाना खाने या तरल पदार्थ पीने से (उदाहरण के लिए, दूषित पानी में उगाए गए भोजन) यह फैलता है. इसके अलावा नोरोवायरस से दूषित किसी वस्तु या सतह को छूने और फिर अपने मुंह को छूने से, नोरोवायरस से संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में रहने और उनसे भोजन या बर्तन जैसी चीजें साझा करने से या किसी कुएं या पूल से दूषित पानी पीना जो ठीक से साफ नहीं किया गया है, से यह वायरस तेजी से फैलता है.

नोरोवायरस का पता कैसे किया जाता है?

एक डॉक्टर आमतौर पर किसी व्यक्ति के लक्षणों के आधार पर नोरोवायरस की पहचान कर सकता है. मल के नमूने में नोरोवायरस का भी पता लगाया जा सकता है. यदि आपके शरीर में कोई अंदरूनी समस्या है या इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो डॉक्टर मल परीक्षण कराने को कह सकता है.

क्या नोरोवायरस का इलाज संभव है?

अधिकांश लोग बिना किसी उपचार के ही नोरोवायरस से ठीक हो जाते हैं, लेकिन बड़े वयस्क, छोटे बच्चे और ऐसे लोग जो किसी स्वास्थ्य समस्या से गुजर रहे हैं, वे निर्जलीकरण (Dehydration) के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं और इसी वजह से उन्हें चिकित्सा उपचार (Medical Treatment) या यहां तक ​​कि अस्पताल में रहने की जरूरत भी पड़ सकती है.

नोरोवायरस से संक्रमित व्यक्ति को ठीक होने में कितना समय लगता है?

नोरोवायरस आमतौर पर एक से तीन दिनों तक रहता है. हालांकि वायरस के लक्षण आमतौर पर केवल कुछ दिनों तक ही रहते हैं, लेकिन लोगों पर उसका असर अधिक समय तक रहता है. अगर आप पहले से ही किसी अंदरूनी स्वास्थ्य समस्या से गुजर रहे हैं, तो संक्रमण से उबरने के बाद वे अपने मल में वायरस को हफ्तों या महीनों तक बहाते रह सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि नोरोवायरस कई तरह के होते हैं, आप इससे कई बार बीमार हो सकते हैं. कुछ लोग नोरोवायरस के कुछ प्रकार के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) विकसित कर सकते हैं, लेकिन यह साफ नहीं है कि उनकी प्रतिरक्षा कितने समय तक चलती है.