भारत में दर्ज किए गए गर्भपात के 1.56 करोड़ मामले, 81% गर्भ-निरोधक गोलियों से: शोध

द लांसेट ग्लोबल हेल्थ मेडिकल जर्नल में छपी आंकड़ो के अनुसार 2015 में करीब 15.5 मिलियन (1.56 करोड़) गर्भपात दर्ज किए गए।

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Aditi Singh
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भारत में दर्ज किए गए गर्भपात के 1.56 करोड़ मामले, 81% गर्भ-निरोधक गोलियों से: शोध

प्रतीकात्मक फोटो

गर्भपात और अनजाने में गर्भधारण के 2015 के आंकड़ों पर हुए देश के पहले बड़े पैमाने पर अध्ययन के अनुसार भारत में 48.1 लाख गर्भधारणों में हर तीसरा भ्रूण गर्भपात में समाप्त हो गया था। द लांसेट ग्लोबल हेल्थ मेडिकल जर्नल में छपी आंकड़ो के अनुसार 2015 में करीब 15.5 मिलियन (1.56 करोड़) गर्भपात दर्ज किए गए।

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जिसमें करीब 48 फीसदी गर्भधारण अनचाहे होते है और 0.8 मिलियन महिलाएं अपनी जान औऱ स्वास्थ्य का जोखिम लेकर गर्भपात के लिए असुरक्षित तरीकों को अपनाती है।

शोध के अनुसार 81 फीसदी महिलाएं घर में ही गर्भ-निरोधक गोलियों के सेवन से भ्रूण गिरा देती हैं, वहीं 14 फीसदी महिलाएं अस्पताल में जाकर गर्भपात कराती हैं।  

सरकारी अस्पतालों में 22 फीसदी या 3.4 मिलियन गर्भपात किए गए थे। लेकिन 11.5 मिलियन या 73 फीसदी गर्भपात दवाओं के जरिए हुए और 0.8 मिलियन गर्भपात अनौपचारिक तरीके से हुए।

मुंबई के अंतर्राष्ट्रीय जनसंख्या अध्ययन संस्थान के उर्वरता अध्ययन विभाग में प्रोफेसर व इस अध्यन के सह-लेखक चंद्रशेखर ने कहा, ' हमारा आकलन 2015 में 3.4 मिलियन सार्वजनिक सुविधा आधारित गर्भपात पर है जो सरकार के बताये गए 2014-2015 के 701,415 गर्भपात के आंकड़ों का पांच गुना है, क्योंकि हमने सार्वजनिक, निजी और एनजीओ संगठन को भी शामिल किया है।'

शेखर ने इस तथ्य पर आशा जताई कि भारत में चार में से एक महिला सुरक्षित गर्भपात के लिए सार्वजनिक सुविधाएं चुनती है।

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देश की गर्भपात दर 15 से 49 वर्ष के बीच प्रति हजार 47 महिलाओं की तुलना में पाकिस्तान की 50 से कम है और नेपाल और बांग्लादेश की तुलना में कम है, जिनकी संख्या क्रमश: 42 और 39 है।

भारत में एक सख्त विरोधी-गर्भपात कानून है जो 20 सप्ताह से अधिक भ्रूण के समापन पर प्रतिबंध लगाता है, सिवाय जब मां की ज़िंदगी खतरे में है।

सर्जिकल गर्भपात केवल पंजीकृत सुविधाओं में प्रशिक्षित, प्रमाणित डॉक्टरों द्वारा किया जा सकता है, जबकि गोलियां गर्भपात को सात हफ्ते तक गर्भपात करने के लिए पंजीकृत अस्पताल के बाहर निर्धारित किया जा सकता है।

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Source : News Nation Bureau

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