हर साल 11 जून को नेशनल कॉर्न ऑन द कोब डे यानी की राष्ट्रीय भुट्टा दिवस मनाया जाता है. इस दिन मक्का के स्वादिष्ट और पौष्टिक होने का जश्न मनाया जाता है. इस दिन, लोग मक्का के भुट्टे को विभिन्न तरीकों से बनाकर और खाकर इसका आनंद लेते हैं, जैसे कि ग्रिल करना, उबालना या बेक करना. वहीं रोजाना 100 ग्राम स्वीट कॉर्न का सेवन करने से सेहत पर काफी असर पड़ता है. आइए इसके फायदे बताते है.
फाइबर से है भरपूर
स्वीट कॉर्न फाइबर से भरपूर होता है जो इसका सबसे बड़ा गुण है. डाइटरी फाइबर से भरपूर स्वीट कॉर्न का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है. इसका सेवन करने से दिल के रोग, स्ट्रोक, टाइप-2 डायबिटीज और आंतों से जुड़ी परेशानियों का खतरा कम होता है. फाइबर से भरपूर होने के कारण स्वीट कॉर्न भूख को शांत करता है और पेट को भरा हुआ महसूस होता है. इसका सेवन करने से वजन कंट्रोल रहता है. भुट्टे में मौजूद फाइबर कंटेंट इसको गुणों से भरपूर बनाता है.
दिल को बनाता है हेल्दी
फाइबर से भरपूर स्वीट कॉर्न का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और कोलेस्ट्रॉल कम होता है. LDL कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने वाला स्वीट कॉर्न दिल के रोगों से बचाव करता है. डाइट में फाइबर का सेवन करने से दिल हेल्दी रहता है.
याददाश्त होती है तेज
मक्का का सेवन करने से संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ावा मिल सकता है. इसका सेवन करने से याददाश्त तेज होती है. बुजुर्गों के लिए ये बेहद उपयोगी है. मक्के में विटामिन बी1 की मात्रा ज्यादा होती है. इस विटामिन को थायमिन के नाम से जाना जाता है जो हमारे शरीर में एसिटाइलकोलाइन बनाने के लिए जरूरी होता है. एसिटाइलकोलाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो लोगों को याद रखने में मदद करता है. एसिटाइलकोलाइन याददाश्त में सुधार करता है. यह अल्जाइमर के खतरे को कम करता है. मक्का खाने से याददाश्त बढ़ाने में मदद मिलती है.
सेहत पर कैसे करता है असर
स्वीट कॉर्न का ज्यादा सेवन करने से पाचन बिगड़ सकता है. इसका सेवन करने से ब्लोटिंग की परेशानी हो सकती है.
फाइबर से भरपूर कॉर्न का सेवन करने से कब्ज की बीमारी भी हो सकती है.
कुछ लोगों को इसका ज्यादा सेवन करने से स्किन से जुड़ी परेशानियां हो सकती है. स्किन पर रैशेज आ सकते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.