जींस पैंट हर किसी के वॉर्डरोब में होते हैं. वहीं यह कंफर्टेबल के साथ-साथ टिकाऊ भी होते हैं और हर मौसम में यह चल भी जाती है. वहीं जींस सालों से लोगों के पसंदीदा कपड़े में से एक है. इसे हमेशा फैशन स्टेटमेंट से जोड़कर देखा जाता है. हालांकि टाइम के साथ जींस की डिजाइन, लुक, फैब्रिक में बदलाव हुए लेकिन अभी भी वह हर किसी की पसंदीदा है. लेकिन लगातार एक ही जींस पहनने से आपकी टांगों की त्वचा धीरे-धीरे सिग्नेल देने लगती है कि अब इसे बदलने का टाइम आ गया है. वहीं जींस ना बदलने से आपकी हेल्थ को काफी नुकसान हो सकता है.
खुजली होना
अगर आप जींस पहनने के बाद अपनी टांगों या जांघों पर रैशेज, खुजली या जलन महसूस करते हैं, तो समझ लें कि अब आपकी जींस पुरानी हो चुकी है या उसका फैब्रिक स्किन फ्रेंडली नहीं रहा. पुरानी जींस में बैक्टीरिया जमा हो सकते हैं जो स्किन एलर्जी का कारण बनते हैं.
स्किन पर लाल निशान
टाइट फिटिंग जींस पहनने से त्वचा पर बार-बार घर्षण होता है, जिससे लाल चकत्ते या निशान बन सकते हैं. ये खासतौर पर उन लोगों में ज्यादा होता है जिनकी स्किन सेंसिटिव होती है. समय पर जींस न बदलने से ये समस्या गंभीर रूप ले सकती है.
पसीना
बरसात या गर्मियों में टाइट जींस पहनने से पसीना ज्यादा आता है और हवा नहीं लग पाती. इससे फंगल इंफेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है, खासकर जांघों के बीच में या घुटनों के पीछे. अगर वहां खुजली और स्किन पीलिंग हो रही है, तो समझ जाएं कि जींस को अलविदा कहने का वक्त आ गया है.
स्किन का रंग
कुछ लोग देखेंगे कि लगातार जींस पहनने से टांगों की स्किन का रंग बाकी शरीर से अलग नजर आने लगता है. ये इशारा है कि जींस की वजह से स्किन को सही तरीके ऑक्सीजन नहीं मिल रही और स्किन डैमेज हो रही है.
जींस का कपड़ा
अगर आपकी जींस का फैब्रिक सख्त और खुरदुरा हो गया है, तो वो स्किन से रगड़ खाने पर नुकसान कर सकता है. ऐसा फैब्रिक डेड स्किन जमा करता है और स्किन को सांस नहीं लेने देता.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.