Health Tips In Hindi: सनसेट एंग्जायटी एक मानसिक स्थिति है, जिसमें सूरज ढलने के साथ ही इंसान की चिंता और तनाव दोनों बढ़ने लग जाते हैं. वहीं कई बार लोग इस समय अकेलापन भी महससू करते हैं. यह उन लोगों को होती है जो पहले से मानसिक, तनाव, चिंता या डिप्रेशन से जूझ रहे होते हैं. ऐसे में इंसान को दिन ढलने और रात के करीब पहुंचने के बाद ज्यादा घबराहट और चिंता महसूस होने लगती है. वहीं कुछ लोग इस स्थिति का समय पर समाधान नहीं करते हैं. जिससे उन्हें मेंटल हेल्थ जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. आइए आपको बताते हैं कि क्या है ये सनसेट एंग्जायटी और इससे आप कैसे छुटकारा पा सकते हैं.
क्या है सनसेट एंग्जायटी?
दरअसल, शाम होते ही कुछ लोगों के मन में एक पछताने वाला इमोशन आने लगता हैं. एक बैचेनी महसूस होती है जैसे की दिनभर मैंने क्या खास किया, मैंने तो वर्कआउट भी नहीं और ना ही घरवालों को टाइम दिया. ऐसे लगता है जैसे आज का दिन उनके हाथ से निकल चुका है और अब बहुत देर हो चुकी है और एक और दिन खत्म होने वाला है. इसे सनसेट एंग्जायटी कहते हैं.
क्या हैं इसके लक्षण?
सनसेट एंग्जायटी होने पर इंसान शाम के समय चिंता या घबराहट महसूस कर सकता है, जो रात के समय और ज्यादा बढ़ सकती है.
वहीं मानसिक तनाव और चिंता से थकान और एनर्जी की कमी महसूस होती है. जिससे कि रात को सोने में मुश्किल हो सकती है और नींद में रुकावट हो सकती हैं.
शाम के वक्त इंसान के मन में कई तरह के नेगेटिव विचार आ सकते हैं. दिल की धड़कन भी तेज हो सकती है या फिर पसीना आ सकता है. कई लोगों के हाथों में कंपन महसूस हो सकती है या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
क्या है इसका इलाज?
इस बीमारी से बचने के लिए आप सीबीटी (Cognitive Behavioral Therapy) ट्राई कर सकते हैं. इसमें इंसान अपनी नेगेटिव सोच को पहचान पाता है. इसके साथ ही सीबीटी में उसे बदलने की तकनीक भी सिखाई जाती है.
ध्यान और योग मानसिक शांति को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और चिंता को कम कर सकते हैं.
आप डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी कर सकते हैं जो कि तनाव और चिंता को कम करता है.
तनाव को कम करने के लिए आप सही समय पर आराम करें और खुद के लिए समय निकालें.
शाम के समय आप अकेले रहने की बजाय दोस्तों और साथियों से मिलने का प्लान बनाएं. आप कुछ क्रिएटिव वर्क भी कर सकते हैं.
सूर्यास्त के समय एक सकारात्मक दिनचर्या बनाएं जैसे कि अपनी पसंदीदा चाय बनाना, एक अच्छी खुशबू वाली मोमबत्ती जलाना, मेकअप करना आदि.
ये भी पढ़ें- क्या आप भी रोज नहाते हैं? ऐसे बिगड़ सकता है स्किन का नेचुरल बैलेंस
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)