सोने के बाद हर व्यक्ति को सपने आते है. कभी बुरे सपने आते हैं तो कभी इतने डरावने सपने आते हैं कि हमारी नींद उड़ जाती है और हम डर की वजह से बैठ जाते है. वहीं इन सपनों को लोग नॉर्मल समझकर इग्नोर कर देते हैं. लेकिन बार-बार ऐसे सपने आना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. आइए आपको बताते है.
स्टडी में हुआ खुलासा
दरअसल, हाल ही में जून में यूरोपियन एकेडमी ऑफ नयूरोलॉजी कांग्रेस में पब्लिश हुई रिसर्च के अनुसार जिन लोगों को हर हफ्ते बुरे सपने आते हैं उनमें 70 साल की आयु से पहले असमय मृत्यु का जोखिम उन लोगों की तुलना में 3 गुना अधिक होता है, जिन्हें कभी-कभार बुरे सपने आते है. वैज्ञानिको के अनुसार, बार-बार बुरे सपने आना वास्तव में शरीर की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है, जो हमारे स्वास्थ्य को बहुत गहरे स्तर पर प्रभावित करता है.
असमय मृत्यु का अधिक पूर्वानुमान
अध्ययन में बुरे सपनों को धूम्रपान, मोटापा, खराब डाइट और यहां तक कि फिजिकल एक्टिव न रहने जैसे जाने-माने जोखिम कारकों की तुलना में 'असमय मृत्यु का अधिक पूर्वानुमान' बताया गया है. तो बुरे सपने, बुढ़ापा और जल्दी मौत के बीच क्या संबंध है? इस बारे में जान लीजिए. बुरे सपने दीर्घकालिक स्वास्थ्य को किस प्रकार प्रभावित कर सकते हैं रिसर्चर्स ने यह पता लगाने का प्रयास किया कि किसी व्यक्ति को कितनी बार बुरे सपने आते हैं और उसकी कोशिकाएं कितनी तेजी से बूढ़ी होती हैं.
बुरे सपने देखने से क्या होता है
असल में होता ये है कि जब आप कोई बुरा सपना देखते हैं तो आप उसमें चीखने की कोशिश करते हैं, लेकिन असल में आवाज नहीं निकाल पाते, जिसका असर आपके शरीर पर पड़ता है. ऐसे डरावने सपने ज्यादातर तब आते हैं जब दिमाग तो काफी ज्यादा एक्टिव होता है लेकिन शरीर के मसल्स एकदम रिलैक्स होते हैं. इतना ही नहीं, डरावने या बुरे सपने के कारण शरीर में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं और नींद बार-बार टूटने लगती है. इससे शरीर को रात में खुद को रिपेयर करने का समय नहीं मिल पाता और इसका असर दिन में भी आपके कामों पर पड़ता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.