माइग्रेन एक ऐसी बीमारी है जिसमें सिर के एक हिस्से में तेज धड़कता हुआ दर्द होता है. माइग्रेन सामान्य सिरदर्द से बिल्कुल अलग होता है और इसका सही समय पर इलाज व बचाव न किया जाए तो यह आपकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी को प्रभावित कर सकता है. वहीं सिरदर्द एक आम बात है, लेकिन जब ये दर्द बार-बार हो, एक ही तरह से हो और खास समय या परिस्थितियों में हो, तो इसे हल्के में लेना सही नहीं. माइग्रेन किसी भी उम्र में हो सकता है और पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इसका खतरा ज़्यादा होता है.
माइग्रेन क्या है
माइग्रेन एक क्रॉनिक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति को सिर के एक या दोनों तरफ़ तेज़ धड़कता हुआ दर्द होता है. यह दर्द कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक बना रह सकता है. माइग्रेन का दर्द अक्सर आंखों के पास, कनपटी या गर्दन के पास महसूस होता है और इसके साथ मतली, उल्टी, रोशनी और आवाज़ के प्रति संवेदनशीलता जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
क्या है इसके लक्षण
सिर के एक तरफ़ तेज़ या धड़कता हुआ दर्द
रोशनी, तेज़ आवाज़ या महक से चिढ़ होना
मतली या उल्टी की इच्छा
आंखों के सामने चमकदार धब्बे या लाइट दिखाई देना
थकावट या चक्कर आना
गर्दन में जकड़न या भारीपन
बोलने या सोचने में दिक्कत (कभी-कभी)
दर्द क्यों होता है
माइग्रेन होने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं. नींद पूरी न होना, बहुत ज़्यादा तनाव, असंतुलित दिनचर्या, खाली पेट रहना, हार्मोनल बदलाव (खासकर महिलाओं में), कुछ खास खाने की चीजें जैसे चॉकलेट, चीज़ या प्रोसेस्ड फूड्स, मौसम में बदलाव, ज्यादा कैफीन या स्क्रीन टाइम जैसी चीज़ें माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती हैं.
बचाव के तरीके
नियमित और पूरी नींद लें (6-8 घंटे)
भूखे न रहें, समय पर संतुलित भोजन करें
स्क्रीन टाइम सीमित करें, खासकर देर रात
तेज़ रोशनी या तेज़ गंध वाले माहौल से बचें
योग, प्राणायाम और ध्यान से तनाव कम करें
दर्द शुरू होते ही शांत अंधेरे कमरे में आराम करें
कुछ लोगों को ठंडी पट्टी या आइस पैक सिर पर रखने से राहत मिलती है
माइग्रेन ट्रिगर फूड्स जैसे चॉकलेट, चीज़, प्रोसेस्ड मीट, कैफीन आदि से दूरी बनाएं
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.