खाने-पीने की चीजों को लेकर दवाइयों को उनकी एक्सपायरी देखने के बाद ही लोग खरीदते हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि रसोई के बर्तनों की भी एक्सपायरी डेट होती है. रसोई में इस्तेमाल होने वाले बर्तन हमेशा के लिए नहीं होते हैं. एक टाइम के बाद उनको बदलना जरूरी होता है. वरना उनका इस्तेमाल करना हानिकारक हो सकता है. हाल ही में एनवायर्नमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव जर्नल में छपी एक स्टडी में सामने आया कि टेफ्लॉन कोटिंग वाले पुराने नॉन-स्टिक बर्तनों से निकलने वाले रसायन जैसे PFOA शरीर में हार्मोनल गड़बड़ी और लिवर डैमेज जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं. आइए आपको बताते हैं कि कितने टाइम बाद बर्तन बदल देने चाहिए.
पैन
अगर आपने पैन की कोटिंग खुरच गई है, या उसका रंग बदल गया है या फिर खाना चिपकने लगा है, तो आप अपना पैन तुरंत बदल दें. खुरची हुई कोटिंग से जहरीले रसायन निकल सकते हैं. मेटल स्पैटुला का प्रयोग न करें और मीडियम तापमान पर ही पकाएं. 2-3 साल में इन बर्तनों रिप्लेस करना सेहतमंद होता है.
तली टेढ़ी हो गई
इन बर्तनों को आप 10–15 साल तक इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन अगर तली टेढ़ी हो गई हो या खाना एक समान न पक रहा हो, तो यह बर्तनों के बदलने का संकेत है. इन बर्तनों की सफाई करते समय स्क्रबिंग से बचना चाहिए. दाग हटाने के लिए बेकिंग सोडा का प्रयोग करना फायदेमंद होता है.
एल्यूमिनियम के बर्तन
एल्यूमिनियम के बर्तन हेल्थ के लिहाज से हमेशा जोखिम भरे होते हैं. इन्हें आप 5–7 साल तक यूज में ला सकते हैं. अधिक एल्युमिनियम में पका खाना अल्जाइमर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है. इसलिए एनोडाइज्ड या स्टील बर्तन का इस्तेमाल ही करना चाहिए.
सीटी या वाल्व में दिक्कत
इसका इस्तेमाल आप 5–8 साल तक कर सकते हैं. लेकिन यदि इसका ढक्कन ठीक से न बंद हो, सीटी या वाल्व में दिक्कत हो या रबर रिंग टूट गई हो तो इसे बदला ही बेहतर विकल्प होता है. सेफ्टी के लिए हर साल गैस्केट और सेफ्टी वाल्व बदलना जरूरी है.
फंगल दाग
इसका इस्तेमाल आप 1–2 साल तक कर सकते हैं. लकड़ी में नमी और बैक्टीरिया आसानी से जमते हैं, इसलिए इसकी सफाई रोजाना जरूरी है. यदि इसमें दरारें आ गई हों, बदबू आ रही हो या फंगल दाग दिखें तो इसे तुरंत डिस्कार्ड करना जरूरी होता है.
प्लास्टिक के बर्तन
प्लास्टिक के बर्तन सेहत के लिए हानिकारक होते हैं, लेकिन फिर भी आप इसे यूज कर रहे हैं, तो हर 1–2 साल में इसे बदलते रहें. इसके पिघलने या टूटने पर BPA और माइक्रोप्लास्टिक खाने में मिल सकते हैं. इसकी जगह सिलिकॉन बर्तनों को इस्तेमाल ज्यादा सुरक्षित माना जाता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.