Hair Transplant से इंजीनियर की हुई मौत, करवाते टाइम इन बातों का रखें ध्यान

गंजापन एक ऐसी दिक्कत है जो तेजी से बढ़ती जा रही है. जिसकी वजह से लोग हेयर ट्रांसप्लांट करवाते है. वहीं अब हाल ही में हेयर ट्रांसप्लांट की वजह से एक इंजीनियर की मौत हो गई थी.

गंजापन एक ऐसी दिक्कत है जो तेजी से बढ़ती जा रही है. जिसकी वजह से लोग हेयर ट्रांसप्लांट करवाते है. वहीं अब हाल ही में हेयर ट्रांसप्लांट की वजह से एक इंजीनियर की मौत हो गई थी.

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Nidhi Sharma
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Hair Transplant

Hair Transplant Photograph: (Freepik (AI))

इन दिनों लोगों की लाइफस्टाइल इतनी ज्यादा खराब हो गई है. जिसकी वजह से उन्हें कई सारी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इसका असर ना सिर्फ आपकी हेल्थ पर बल्कि इसका असर आपके बालों पर भी पड़ता है.  साइंस की वजह से लोग गंजे सिर पर फिर से बाल उगा सकते हैं. गंजे सिर पर बाल उगाने की इस तकनीक को हेयर ट्रांसप्लांट कहा जाता है. वहीं हाल ही में इसकी वजह से कानपुर जिले में एक इंजीनियर की मौत हो गई है. अगर आप भी ट्रांसप्लांट करवाने की सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें. 

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हेयर ट्रांसप्लांट की वजह से हुई मौत

दरअसल, विनीत गोरखपुर के रहने वाले थे और हाल ही में उन्होंने एचबीटीआई कानपुर से पीएचडी पूरी की थी. हेयर ट्रांसप्लांट के बाद विनीत के पूरे चेहरे पर सूजन आ गई थी. तबियत ज्यादा खराब होने पर विनीत को कानपुर के एक बड़े अस्पताल में भर्ती किया लेकिन इंफेक्शन उनके पूरे शरीर में फैल चुका था जिससे उनकी मौत हो गई. यह एक ऐसी प्रोसेस है जिससे सिर के पिछले भाग से जहां घने बाल होते हैं वहां से बालों को निकालकर उस ऐरिया में प्लांट कर दिया जाता है जहां पर बाल नहीं हैं. विनीत के अलावा भी कई ऐसे लोग हैं जो हेयर ट्रांसप्लांट के कारण अपनी जान गवां चुके हैं. तो अगर आप भी गंजेपन की समस्या से जूझ रहे हैं और हेयर ट्रांसप्लांट कराने की सोच रहे हैं तो हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में जान लें.

हेयर ट्रांसप्लांट क्या होता है?


हेयर ट्रांसप्लांट के तहत प्लास्टिक या डर्मेटोलॉजिकल सर्जन बालों को सिर के गंजे हिस्से में ट्रांसप्लांट करते हैं. इस प्रक्रिया में सर्जन बालों को सिर के पीछे या किनारे से आगे या सिर के ऊपर ट्रांसप्लांट करते है. हेयर ट्रांसप्लांट आमतौर पर लोकल एनेस्थीसिया के तहत एक मेडिकल ऑफिस में किया जाता है.

कितने तरह का होता है हेयर ट्रांसप्लांट?


हेयर ट्रांसप्लांट दो तरह का होता है- स्लिट ग्राफ्ट और माइक्रोग्राफ्ट. स्लिट ग्राफ्ट में हर ग्राफ्ट 4 से 10 बाल होते हैं. वहीं, कवरेज के आधार पर माइक्रोग्राफ्ट में हर ग्राफ्ट 1 से 2 बाल होते हैं.

हेयर ट्रांसप्लांट का फायदा?

 
पैटर्न गंजेपन की समस्या से जूझ रहे पुरुष.
महिलाएं, जिनके बाल काफी पतले हो.
जिन लोगों के जलने या चोट लगने की वजह से बाल झड़ गए हो. 

दिक्कतें

ब्लीडिंग

इंफेक्शन

स्कैल्प में सूजन

आंखों के आसपास नीला पड़ना

सिर के उस हिस्से में पपड़ी बनना जहां के बाल निकाले गए हो या जहां ट्रांसप्लांट किया गया हो.

ट्रांसप्लांट किए गए हिस्से का सुन्न पड़ना

खुजली

हेयर फॉलिकल्स में सूजन या इंफेक्शन

बालों में अप्राकृतिक दिखने वाले गुच्छे

इन लोगों को नहीं करवाना चाहिए 

जिन लोगों की दवाइयों या कीमोथेरेपी के कारण बाल झड़ रहे हों. 
जिन लोगों के सिर पर चोट लगने या सर्जरी के बाद कोई गहरे निशान हों.
जिन महिलाओं के सिर में हर जगह से बाल झड़ रहे हैं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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